बिहार में महागठबंधन के सीटों का ऐलान हो चुका है… लेकिन सीट शेयरिंग के साथ सियासी ड्रामा भी शुरु हो चुकी है.. मौका था महागठबंधन के संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस का.. इस मौके पर तेजस्वी यादव सादानंद सिंह, मुकेश सहनी सहित तमाम घटक दल के नेता मौजूद थे.. तेजस्वी यादव सीटों का ऐलान कर रहे थे.. तेजस्वी के सीटों के ऐलान के साथ ही शुरू हो गया मुकेश सहनी का सियासी ड्रामा…
अचानक मुकेश सहनी खड़े होकर मीडिया को बोलने लगे कि मेरे पीठ में छुरा घोंप दिया गया है… इससे पहले मुकेश सहनी तेज प्रताप यादव, तेजस्वी यादव से हंस-हंसकर ,मुस्कुरा कर विजुअल में बातें करते दिख रहे हैं,जैसे पहले से सब बातें बन चुकी हो.. लेकिन सीटों के ऐलान होते ही सियासी ड्रामा इस कदर शुरू हो गया कि मुकेश सहनी वहां से खफा होकर चलते बने…
सवाल उठता है कि क्या यह मुकेश साहनी का पहले से ये स्क्रिप्टेड था ?.. या आरजेडी और मुकेश साहनी के बीच सीटों को लेकर बातें नहीं बनी थी ?.. यदि आरजेडी और मुकेश साहनी के बीच सीटों को लेकर तालमेल नहीं हुई थी तो फिर संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस में मुकेश साहनी कैसे मौजूद होने चले आए ?…क्या तेजस्वी यादव ने मुकेश सहनी के साथ धोखेबाजी की ?…या मुकेश सहनी के इस सियासी ड्रामे के पीछे कोई बड़ा ऑफर तो नहीं ?…
ये तमाम ऐसे चुभते हुए सवाल हैं जिसका जवाब तो मुकेश सहनी ही देंगे लेकिन बिहार की जनता इतनी भी भोली भाली नहीं है जितना कि मुकेश साहनी जनता को समझाना चाहते हैं…
इस मामले में आरजेडी प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बिहार नाउ से बातें करते हुए बताया कि तेजस्वी यादव ने ऐसा कुछ ग़लत किया ही नहीं.. उन्होंने मुकेश सहनी के लिए पार्सियल सीटों का ऐलान भी नहीं किया था.. उन्होंने तो सिर्फ 144 आरजेडी , कांग्रेस -70 और बचे 29 में बांकी गठबंधन के घटक दल..गगन ने बताया कि 144 में मुकेश सहनी को सीट देनी थी, जिसका कोई वहां ऐलान हुआ ही नहीं था,तो फिर मुकेश सहनी का ऐसा करना सोची समझी राजनीति लगती है…
लेकिन अब इस आरोप प्रत्यारोप में सही और झूठ कौन ये तो मुकेश सहनी और तेजस्वी यादव ही बताएंगे …
ब्यूरो रिपोर्ट, बिहार नाउ