भागलपुर से राहुल कुमार की रिपोर्ट
“वर्दी आपकी शान है, और बगैर सूचित किये गश्ती में सिविल ड्रेस में निकलेंगे तो हो सकता है आपका अपमान,कुछ वैसा ही हुआ भागलपुर में एक आईपीएस अधिकारी के साथ,नतीजा लॉक डाउन का पालन कराने के लिए अपनी सर्विस रिवाल्वर निकाल कर लहराना पड़ा और तो और अपने ही शागिर्दों को बताना पड़ा कि मैं आईपीएस पूरण झा, सिटी एएसपी हूँ, तब जाकर मिला सम्मान, और गश्ती और ड्यूटी में सुस्त पड़े जवान साहब को करने लगे सलाम..
, दरअसल सिटी एसपी आईपीएस पूरन झा वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर सरकार के द्वारा 26 मई से 1 जून तक पूरे प्रदेश में लगाए गए लाकडाउन का अनुपालन पुलिसकर्मीयों के द्वारा किस तरह कराया जा रहा है, इसको देखने सिविल ड्रेस में मोटरसाइकिल पर अपने एक सहयोगी के साथ सवार होकर निकले , जिसके बाद भागलपुर के मनाली चौक पर उन्होंने पुलिसकर्मियों को आराम फरमाते देखा, जिससे उनका पारा चढ गया, और उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिस बल के जवानों को जमकर फटकार लगाते हुए,
उन्हें अपना कर्तव्य बोध कराया, उसके बाद आईपीएस अधिकारी भागलपुर शहरी क्षेत्र के अलग-अलग मोहल्लों में लाकडाउन की स्थिति जानने पहुंचे,इस बीच बरारी थाना क्षेत्र के मायागंज मोहल्ला पहुंचने पर जब सिटी एएसपी ने मोहल्ले में हुड़दंग मचा रहे युवाओं को सरकार के द्वारा लागू कोविड-19 के प्रोटोकॉल को समझाने का प्रयास किया ,तो कुछ युवा सिविल ड्रेस में पहुंचे आईपीएस पदाधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश करने लगे…