पटना में बीते सोमवार को आयोजित सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में दरभंगा में अवैध रूप से व मनमानी तरीके से संचालित हो रहे अस्पतालों के खिलाफ एक शिकायतकर्ता ने शिकायत की है.. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि पीएमसीएच के 98% सरकारी डॉक्टर अवैध रूप से प्राइवेट अस्पतालों का संचालन कर रहे हैं या उनकी संलिप्तता मेडिकल माफियाओं के साथ है.. शिकायतकर्ता इकबाल अंसारी ने आरोप लगाया कि दरभंगा में उनके मुताबिक अवैध रूप से संचालित प्राइवेट अस्पतालों तकरीबन की संख्या 126 के ऊपर है जिसकी सूची उनके पास उपलब्ध है..
शिकायतकर्ता इकबाल अंसारी के शिकायत करने के बाद सीएम नीतीश कुमार उसी वक्त निगरानी विभाग के सचिव अमीर सुहानी को बुलाकर इस मामले की जांच के आदेश दे दिए.. सीएम नीतीश ने निगरानी टीम गठित कर इस मामले की जांच करने के साथ-साथ संलिप्त सरकारी डॉक्टरों की संपत्ति के जांच के भी आदेश दिए हैं…
शिकायतकर्ता के मुताबिक,दरभंगा डीएमसीएच के असिस्टेंट प्रोफेसर गायनिक विभाग में कार्यरत डॉ रूही यासमीन के द्वारा शहर में तीन बड़े-बड़े प्राइवेट अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है.. इसी प्रकार से डॉक्टर यूसी झा, डॉ एमके शुक्ला, डॉ मनोज कुमार, डॉ कन्हैया देव, डॉ अंकुर गुप्ता, डॉक्टर पूजा महासेठ ,डॉ प्रियंका शराफ, डॉ विनयानंद झा, डॉक्टर बृजेश मिश्रा, डॉक्टर ऊषा झा, डॉक्टर नीरज प्रसाद, डॉ बीएस प्रसाद ऐसे दर्जनों सरकारी डॉक्टरों के द्वारा अपने निजी बड़े बड़े अस्पताल बिना पंजीकरण और अवैध रूप से चलाकर काली कमाई की जाती है . इन तमाम डॉक्टरों के खिलाफ सबूत के साथ शिकायतकर्ता ने सीएम नीतीश कुमार से शिकायत की है…
शिकायतकर्ता का आरोप है कि इस मामले को लेकर उन्होंने दरभंगा के कई वरीय अधिकारी सहित राज्य के तमाम संबंधित विभाग के वरीय अधिकारीयों से कई बार शिकायत कर चुके हैं बावजूद इस मामले में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई, जिसके बाद उन्होंने इस मामले को सीएम नीतीश कुमार के समक्ष जनता दरबार में शिकायत की है…
इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने त्वरित इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभाग को निगरानी टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं…. शिकायतकर्ता इकबाल अंसारी ने जांच के आदेश देने के बाद सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद जताया है…
सबसे बड़ा सवाल कि क्या इस मामले की निष्पक्ष जांच के साथ सरकारी डॉक्टरों के द्वारा संचालित प्राइवेट अस्पतालों पर प्रतिबंध लग पाएगा ??
राजू सिंह, बिहार नाउ, दरभंगा