गृह विभाग के निर्देशानुसार मोहर्रम में जुलूस निकालने पर लगाई गई थी पाबंदी, शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी की थी अपील
समस्तीपुर:वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने को लेकर गृह विभाग के निर्देशानुसार पूरे राज्य में मोहर्रम पर्व में जुलूस निकालने पर पाबंदी लगाई गई थी। जिसको लेकर सभी जिलों के जिला पदाधिकारियों को सूचित करते हुए निर्देश जारी किए गए थे। वहीं, इसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा भी जिले में ताजिया जुलूस निकालने पर पाबंदी लगाई थी, साथ ही साथ शिया वक्फ बोर्ड और सुन्नी वक्फ बोर्ड के साथ जिला प्रशासन ने भी सभी मुहर्रम और ताजिया कमेटियों से जुलूस नहीं निकालने की अपील की थी। बावजूद इसके जिले के धरमपुर,चकनूर,ताजपुर,मोरवा, कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र में अनेकों जगहों पर अपील और निर्देश को दरकिनार करते हुए गाजे-बाजे के साथ ताजिया जुलूस निकाला गया। जिसमें पुलिस की मौजूदगी में खुलेआम पारम्परिक हथियार लाठी, डंडा, तलवार, भाला इत्यादि से प्रदर्शन करते हुए कई घंटे तक सड़क को जाम रखते हुए जुलूस निकाला और जिला प्रशासन के आदेशों व अपिलों की धज्जियां उड़ाई, जहां पुलिस मूकदर्शक बनी रही। यह स्थिति किसी एक जगह की नहीं वरन पूरे प्रखंड क्षेत्र की थी। शेखटोली,मथुरापुर,केव्स निज़ामत,विशनपुर,सतमलपुर,परतापूर चौक, मुक्तापुर मोइन से लेकर अखाड़ा चौक, कल्याणपुर चौक इत्यादि कई जगहों की यही हाल देखा गया। सबसे खास लदौरा चौक का था, जहाँ मुखिया अनामिका देवी उनके पति चंद्र भूषण चौधरी, सरपंच मनोज कुमार चौधरी, पंचायत समिति सदस्य इरशाद आलम उर्फ टिंकू, वार्ड सदस्य राजेश्वर सिंह इत्यादि सभी ने अपने मौजूदगी में कई घंटे तक रोड को जाम करवाकर ताजिया जुलूस निकलवाया। जिसमें जुलूस के द्वारा हथियारों का खुलेआम प्रदर्शन किया गया। यह कोई पहला मौका नहीं है जब जिला प्रशासन और सरकार के आदेशों की जिले में धज्जियां उड़ी हो, इससे पूर्व भी जिले में जिला प्रशासन और सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ती रही हैं। जिसे जिला प्रशासन और सरकार की नाकामी ही कही जा सकती है।
नितेश के साथ अफरोज आलम, समस्तीपुर