कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास शनिवार दोपहर एक लैंडमाइन ब्लास्ट में सेना के अधिकारी व बेगूसराय के लाल ऋषि रंजन के शहीद होने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के इस वीर सपूत के शहादत को देश हमेशा याद रखेगा… मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इतने कम उम्र में देश के लिए समर्पित होकर सेवा देने के दौरान शहीद हो जाना काफी मर्माहत करने वाली पल होती है…
बता दें कि ऋषि जवान के साथ राजौरी जिले के नौवेशरा के लाम सेक्टर में कलाल एरिया पर गश्त कर रहे थे। नियमित गश्त के दौरान नियंत्रण रेखा के पास एक लैंडमाइन विस्फोट हो गया।
सेना के जवान अचानक हुए इस ब्लास्ट की चपेट में आ गए। इस घटना में एक लेफ्टिनेंट और चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेफ्टिनेंट की इलाज के दौरान मौत हो गई। ऋषि का परिवार बेगूसराय के पिपरा मोहल्ला में रहता है। वे राजीव रंजन सिंह के पुत्र थे। उनके शहीद होने की खबर मिलते और परिवार में कोहराम मच गया, साथ ही जिलेभर में शोक की लहर दौड़ गयी।
पिता और मां सरिता देवी समेत अन्य रिश्तेदारों के रोने बिलखने से माहौल गमगीन हो गया। तीन भाई बहनों में ऋषि दूसरे नंबर पर था। एक माह पूर्व ही उनकी पोस्टिंग हुई थी। शहीद लेफ्टिनेंट की बड़ी बहन भी सेना में मेजर के पद पर कार्यरत हैं। शहीद ऋषि परिवार का इकलौता पुत्र था।
शहीद होने से पूर्व उन्होंने अपने परिजनों से बात की थी। उन्होंने अपने माता-पिता को बताया था कि छठ में छुट्टी मिलेगी। रूंधे स्वर में बिलखते परिजनों ने बताया कि छठ में छुट्टी नहीं मिली है। लेकिन बाद में छुट्टी स्वीकृत हो चुकी है। उन्होंने 22 नवंबर को बेगूसराय आने की बात कही थी। लेकिन उन्हें क्या पता था शनिवार का दिन उनके लिए काला दिन होगा…