बिहार में शराबबंदी के लाख दावों के बावजूद शराब का धडल्ले से बिकना व सेवन करना सरकार के लिए बहुत बड़ी चुनौती है, जिसको लेकर नीतीश सरकार तमाम हथकंडे अपना रही है.. सरकार लगातार शराबबंदी को लेकर तरह तरह के निर्देश जारी करने के साथ साथ अब शिक्षक को भी नया टास्क दिया है..
नीतीश सरकार ने शिक्षकों को नया टास्क दिया है. सभी शिक्षकों को चोरी-छिपे शराब पीने वालों और उसकी आपूर्ति करने वालों की पहचान कर उसकी सूचना मद्यनिषेध विभाग को देनी होगी.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने निर्देश जारी करते हुए सभी स्कूलों में प्रधानाध्यापक, शिक्षक व शिक्षिकाओं को ये जिम्मेदारी सौंपी है.. सबसे बड़ा सवाल कि क्या सरकार का ये नया टास्क शराबबंदी को सफल बनाने में कितना कारगर साबित होगा ?…