बेगूसराय के एक छात्र ने सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल में गलती ढूंढ निकाली है। उसने गूगल को इसकी जानकारी भेजी तो गूगल ने भी माना कि उसकी साइट में बड़ी चूक है। इसका फायदा कोई भी ब्लैक हैट हैकर उठा सकता है। गूगल ने छात्र का नाम अपने रिसर्चर की सूची में डालते हुए उसे गूगल हाल आफ फेम अवार्ड से नवाजा है। यह कारनामा बेगूसराय के आइआइटी मणिपुर में बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्र ऋतुराज चौधरी ने किया है। वे साइबर सिक्योरिटी विषय पर अलग से शोध कर रहे हैं। ऋतुराज शहर के मुंगेरीगज निवासी व्यवसाई राकेश कुमार चौधरी के पुत्र हैं।
बिहार के इस लड़के ऋतुराज चौधरी ने परसों रात को 1:05:09 पर गुगल को हिला दिया। इसने 51 सेंकड तक गुगल को ही हैक कर दिया। हैक होते ही पूरी दुनियां में बेठे गुगल के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गये। अमेरीका के आफिस में अफरा तफरी मच गई। वो कुछ समझ पाते इतने 51 सेकंड में ऋतुराज ने पुनः गुगल को फ्री कर सेवाऐ बहाल कर दी और गुगल को मेल किया की आपकी इस गलती की वजह से मैं इसे हैक कर सका।
मेल पढ़ अमेरीका चैन से नहीं बैठ सका, मेल में दी गई सारी डिटेल को फालो कर वहां के अधिकारियों ने भी गुगल को 1 सेकंड के लिऐ हैक कर देखा और उनको गलती का एहसास हुआ। आनन – फानन में अमेरीका में 12 घंटे मीटिंग चली और लास्ट डिसीजन हुआ कि उस लड़के को बुलाओ! दिन के ठीक 2 बजे ऋतुराज के पास मेल आया कि हम आपकी काबिलियत को सैल्यूट करते हैं, आप हमारे साथ काम कीजिए… हमारे अधिकारी आपको लेने आ रहे हैं । तुरंत दूसरे मेल में गुगल ने ऋतुराज को जॉइनिंग लेटर दे दिया, उसमें 3.66 करोड़ का पैकेज दिया।
ऋतुराज के पास पासपोर्ट नहीं था, गुगल ने भारत सरकार से बात की और सिर्फ 2 घंटे में उसका पासपोर्ट बन कर घर आ गया। ऋतुराज आज प्राइवेट जेट से अमेरिका जाऐगा। #ऋतुराज आईआईटी मणिपुर में बीटेक सेकंड ईयर का स्टुडेंट है। और #बेगुसराय के पास ही #छोटे #गांव #मुंगेरगंज का निवासी है।।
गूगल की साइट में गलती खोजने वाले छात्र ऋतुराज चौधरी पढ़ाई के अलावा साइबर सिक्योरिटी विषय पर अलग से शोध भी कर रहे हैं।
ऋतुराज ने बताया कि गूगल सबसे बड़ा सर्च इंजन है, परंतु उसके साइट पर ब्लैक हैट हैकर्स एक रास्ते से हमला कर सकते थे. उसे उन्होंने ढ़ूंढ कर गूगल को इसकी रिपोर्ट की थी। इसके बाद कंपनी उसमें सुधार कर रही है। ऋतुराज को बचपन से ही साइबर सिक्योरिटी में खास दिलचस्पी थी।
धनंजय झा, बिहार नाउ, बेगूसराय