नालंदा : बिहार में भले ही शराबबंदी लागू हुए 5 वर्ष से ज़्यादा का वक़्त गुज़र चुका हैं, लेक़िन शराबबंदी की हकीकत क्या है? यह आप इस तस्वीर को देख कर अंदाजा लगा सकते हैं. ताज़ा मामला नालंदा ज़िले के रहुई प्रखंड का है.
जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनसंवाद यात्रा के दौरान कर्मभूमी हरनौत पहुंचे थे. आज ही के दिन सन 1985 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे. जिसको लेकर वे यहां की जनता से मिलकर रूबरू हुए, और उनकी समस्याओं को जानने एवं उसे दूर करने का भरोसा दिया. साथ ही यह भी कहा कि मैं जबतक ज़िंदा हूं, तब तक आप लोग हमेशा याद रहेंगे. उससे पूर्व शराब के नशे में धुत शराबी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंचने से पूर्व ही शराबी पुलिस को खुलेआम गाली गलौज करते हुए चुनौती दी. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी दावों की पोल खोलकर रख दिया
. जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दौरे को लेकर हर जगह सुरक्षा कर्मी तैनात थे, बावजूद इसके शराबी सीएम की सुरक्षा में सेंध लगा कर सभा स्थल में घुस गए थे. दरअसल, आपको बता दें कि नीतीश कुमार 17 मार्च से अपने गृह क्षेत्र नालंदा के हरणौत और रहुई दौरे पर हैं. इसके बाद 1 अप्रैल से लेकर 7 अप्रैल तक जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुनेंगे…