बी एन सिंह पप्पन, क्राइम हेड, बिहार नाउ
सहरसा जिले के नवहट्टा थाना अंतर्गत बलुआ पुल के समीप सीएसपी संचालक रमेश कुमार चौधरी हत्याकांड का 72 घंटे में उद्भेदन कर लेने का दावा करते हुए पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान कही की घटना में संलिप्त चार अपराधी को हाथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान कही की 14 मार्च को नवहट्टा थाना क्षेत्र में सीएसपी संचालक रमेश कुमार चौधरी को मोटरसाइकिल पर सवार अज्ञात अपराधी द्वारा गोली मारा गया था जिसका इलाज के क्रम में मौत हो गई थी।इस कांड के उद्भेदन के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी टीम का नेतृत्व एसडीपीओ संतोष कुमार एवम प्रशिक्षु डीएसपी निशिकांत भारती को सोपा गया था। इस टीम में पुलिस निरक्षक राजमणि, सुधाकर कुमार, सरोज कुमार, राजेश कुमार, मो० मजबूद्दीन अहमद को रखा गया था।
टीम के पदाधिकारियों में मात्र 72 घंटे के अंदर हत्याकांड के गुत्थी को सुलझाते हुए गौरीशंकर भेलवा गढ़िया निवासी, आशीष कुमार सिमराहा निवासी, नीतीश कुमार झिटकिया निवासी एवं सिंटू कुमार झिटकिया निवासी अपराधकर्मी को दो देशी कट्टा दो जिंदा कारतूस एक मैगजीन एक लूटी गई मोबाइल एवम तीन घटना में प्रयुक्त मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने कहा है कि चारो अपराधी द्वारा घटित हत्याकांड को अंजाम देने की घटना को अंजाम दिए जाने की बात को स्वीकार किया है।
वही एक सवाल के जवाब में पुलिस अधीक्षक ने कहा की एससीपी संचालक से रुपए लूट की घटना फिलहाल सामने नहीं आया है, इस संबंध में गिरफ्तार अपराधियों को रिमांड पर लेने के बाद रुपए लूट की घटना के बिंदु पर पूछताछ कर अग्रतर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार अपराधी सहरसा, मधेपुरा, सुपौल जिले में गिरोह बना कर एक से एक घटना को अंजाम देने का काम करता था। इन सबो के विरुद्ध बिविन्न थानों में दर्जनों मामला दर्ज है।