बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बाद अब आरजेडी के विधायक रीतलाल यादव ने रामचरितमानस पर टिप्पणी की है जिससे बिहार की सियासत गरमा गई है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा था कि यह नफरत फैलाने और समाज को बांटने वाला ग्रंथ है. अब उन्हीं की पार्टी के विधायक रीतलाल ने गुरुवार को यह कहा है कि रामचरितमानस को मस्जिद में लिखा गया था.
दानापुर से आरजेडी विधायक रीतलाल यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग मुसलमानों से नफरत करते हैं, हिंदू-हिंदुत्व की बात करते हैं. जितने भी लोग मुसलमान उनकी पार्टी में हैं उनको निकाल देना चाहिए. इतिहास उठाकर देख लीजिए रामचरितमानस को मस्जिद में लिखा गया था…
रामचरितमानस पर आरजेडी विधायक रीतलाल यादव की टिप्पणी पर जेडीयू हमलावर है. जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से कुछ भी अनर्गल बयान दे देते हैं. ऐसे बयानों से बचना चाहिए. इससे जनता में गलत संदेश जाता है. वैसे कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म में आस्था रख सकता है. यह लोगों का निजी मामला होता है, लेकिन इस तरह का एजेंडा तो बीजेपी का रहता है. धर्म के नाम पर तनाव पैदा करना.. .
इस पूरे मामले पर बीजेपी भी चुप नहीं बैठी. बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने रीतलाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि दुनिया का सबसे पुरातन धर्म हिंदू सनातन धर्म है. इसकी संस्कृति को पूरी दुनिया के लोगों ने अपनाया है. उस धर्म के खिलाफ बोलना अज्ञानता का परिचायक है. जो लोग रामचरितमानस पर बयानबाजी कर रहे हैं उनको ज्ञान की आवश्यकता है. पहले जानकारी प्राप्त कर लें फिर रामायण की रचना के बारे में बोलें.