बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का आखिरी दिन भी हंगामे भी भेंट चढ़ रहा है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने महज 4 मिनट में सदन की कार्यवाही दोपहर2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी…
वहीं विधापरिषद में भी बीजेपी का जबरदस्त हंगामा हुआ है, जिसके बाद सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है…
इधर सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी के विधायकों ने सदन के बाहर मौन प्रदर्शन किया। भाजपा विधायकों के मुंह पर काली पट्टी है और हाथों में सरकार विरोधी तख्तियां नजर आईं।
इधर मीडिया से बात करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि ये बदले की कारवाई है। राजद विधायकों को हमने नहीं मुख्यमंत्री ने पिटवाया था। याद दिला दें कि 22 मार्च 2021 को बजट सत्र के दौरान राजद विधायकों ने हंगामा किया था। उस वक्त विधायकों पर लाठीचार्ज किया गया था।
बता दें कि गुरुवार को बीजेपी के प्रदर्शन में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। भाजपा का दावा है कि कार्यकर्ता की मौत लाठीचार्ज से हुई है। इसे लेकर बीजेपी आज काला दिवस मना रही। वहीं, विधानसभा परिसर से सरकार की नीतियों के खिलाफ बीजेपी नेता राजभवन तक मार्च निकालेंगे …
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि आज पूरे बिहार में हमारी पार्टी ब्लैक डे मना रही है। राज्यपाल से भी मुलाकात करेंगे और बताएंगे कि जिस तरह अपराधी को नहीं मारा जाता है, उस तरह हमारे सांसदों और विधायकों को पीटा गया है।
सिर पर लाठी चलाई गई। ये तो पुलिस मैन्यूअल में भी लिखा गया है कि घुटने के नीचे लाठी चलानी है। हमलोग राज्यपाल से इस मामले में बिहार सरकार पर कार्रवाई करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि 302 (हत्या) का मुकदमा तीश कुमार के खिलाफ दायर करवाएंगे।
प्रशासन की तरफ से विजय सिंह की मौत को लेकर कहा गया है कि उनकी मौत लाठीचार्ज में नहीं हुई थी। इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विजय पटना क्यों आए थे। क्या वो नीतीश कुमार का भजन कीर्तन करने आए थे?
वो विधानसभा मार्च करने आए थे और मार्च के दौरान लाठी चली, आंसू गैस छोड़े गए, इस भगदड़ में उनकी मौत हो गई। सम्राट चौधरी ऐप खोलें कि प्रशासन ने बिना पोस्टमॉर्टम के ही कह दिया गया कि चोट नहीं लगी है।