कड़क IAS माने जाने वाले के के पाठक के नित नये आदेश से बिहार के शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. स्कूलों में हो रही जांच से शिक्षक समय पर आने लगे हैं जिससे आमलोग खुश हैं तो जांच और कार्रवाई के नाम पर मनमानी करने की भी शिकायतें सामने आ रहा है.
मनमाने तरीके से कार्रवाई का आरोप लगाते हुए एक प्रधानाध्यापक ने अपने पद से इस्तीफ दे दिया है. इस्तीफा का यह कॉपी सोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसको लेकर कई तरह की चर्चायें चल रही हैं.
अपने पद से इस्तीफा देने वाले का नाम शिवजी मिश्र है और वे समस्तीपुर जिला के मध्य विद्यालय हसनपुर रोड के प्रधानाध्यापक हैं. उन्हौने हसनपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अपना इस्तीफा भेजा है.
अपने इस्तीफे में प्रधानाध्यापक शिवजी मिश्र ने लिखा है कि 3 जुलाई 2023 को विद्यालय जांच के क्रम में हसनपुर के पीएम पोषण योजना के प्रखंड साधनसेवी लालबाबू दास के द्वारा दिए गए गलत जांच रिपोर्ट के आधार पर समस्तीपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा मेरे एवं एक शिक्षक का वेतन बंद कर दिया गया. इस कार्रवाई से मेरी काफी बदनामी हुई.
शिवजी मिश्र ने अपने इस्तीफा में आगे लिखा के वेतन बंद किए जाने के संबंध में मैने 5 जुलाई को इस आशा के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी को सूचित किया कि मेरे संबंध में सम्यक जांच कराकर न्याय करेंगे, पर आजतक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
अगर विभाग मुझे दोषी मानता है तो ये मेरी नैतिक जवाबदेही है कि मेरे जैसा लापरवाह शिक्षक को विद्यालय में नहीं रहना चाहिए और यदि मैं दोषी नहीं हूं तो बिना कारण बदनाम करने वाले या ऐसा कहें कि विवेकशून्य विभाग में रहकर अपना स्वाभिमान और आत्मसम्मान गंवाना नहीं चाहता हूं. इसिलए मैं अपने पद से त्यागपत्र दे रहा हूं.