समस्तीपुर: खेती किसानी के लिए सरकार कृषि यंत्र बैंक की स्थापना से लेकर 108 प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान दे रही है। अब कृषि यांत्रिकीकरण योजना में छोटे-छोटे कृषि यंत्र प्राप्त कर सकते हैं। करीब एक दशक बाद फिर से छोटे यंत्रों पर किसानों को अनुदान मिलेगा।
इसमें खुरपी, कुदाल, हसुआ सहित अन्य यंत्र अनुदानित दर पर मिलेंगे। इसमें अबतक 3400 किसानों ने आवेदन किया। इसमें विभागीय स्तर पर 2000 का आवेदन जांच कर लिया गया है। जिले में इसके लिए 4 करोड़ 82 लाख 43 हजार रुपये की स्वीकृति मिली है।
इस बाबत कृषि यांत्रिकीकरण के सहायक निदेशक ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया चल रही है। कोई भी निबंधित किसान इन यंत्रों की खरीद पर अनुदान पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
योजना में लाभार्थियों के चयन में पारदर्शिता लाने तथा बिचौलियों की भूमिका समाप्त करने के उद्देश्य से इस बार आनलाइन लाटरी के माध्यम से लाभार्थी किसानों का चयन किया जाएगा।
अलग-अलग कृषि यंत्रों के लिए अनुदान की राशि अलग-अलग है। इसमें 40 से 80 प्रतिशत तक अनुदान तय है। 80 प्रतिशत अनुदान वाले यंत्र में फसल अवशेष प्रबंधन के कई यंत्र शामिल है।
पोर्टल पर इस तरह करें आवेदन
सहायक निदेशक ने बताया कि बिहार सरकार के ओएफएमएस पोर्टल पर किसान अपना आवेदन कर सकते हैं। 20 हजार से अधिक के कृषि यंत्र की खरीद के लिए किसानों को एलपीसी या तीन वित्तीय वर्ष पूर्व तक का जमीन लगान की रसीद लगानी होगी।
हालांकि, 20 हजार तक के कृषि यंत्रों की खरीद पर किसानों को कोई कागजात लगाने की जरूरत नहीं होगी। इसमें पंपसेट को इस दायरे से बाहर रखा गया है। किसानों को इसका लाभ उठाना चाहिए।
मैनुअल कृषि यंत्र किट पर 80 फीसदी अनुदान इस बार किसानों को मिलेगी। इसमें खुरपी, कुदाल, दो तरह का हसुआ, वीडर व अन्य यंत्र शामिल है। एक हजार रुपये की कीमत वाले कृषि यंत्र किसानों को अनुदान काटकर सिर्फ दो सौ रुपये में मिलेंगे। इसके लिए गैर रैयत किसान भी आवेदन कर सकते है।