बिहार उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने अचानक रात में अपने जिले वैशाली के सदर अस्पताल पहुंचे के बाद पुरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। तेजस्वी यादव को अचानक देख स्वास्थ्य कर्मी में अफरातफरी का माहौल बना रहा है।
तेजस्वी यादव के साथ एक मिनिस्टर के डाक्टर का एक टीम भी महजुद था । सदर अस्पताल के डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मी से बात चित कर रहा था। हाजीपुर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डाक्टर हरी प्रसाद भी सुचना मिलने के बाद सदर अस्पताल पहुंचे जिसके बाद उपाधीक्षक से सदर अस्पताल पुरी जानकारी भी तेजस्वी यादव ने लिया है।
सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ECG मशीन नहीं रहने पर उपाधीक्षक का उप मुख्यमंत्री ने क्लास लगा दिया सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात स्वास्थ्य कर्मी से बातचीत कर पुरी अस्पताल का जानकारी भी लिया है। जिस सदर अस्पताल डिप्टी सीएम पहुंचे थे । सबसे पहले एक गार्ड के पास पहुंचे जहां गार्ड सोया हुआ मिला जिसे तेजस्वी यादव ने कहा कि सदर अस्पताल में मारपीट हो गया है। तो गार्ड ने कहा नहीं मारपीट नहीं हुआ है। तब तक गार्ड चादर से चेहरा को ढक कर सोया हुआ था। लेकिन चादर हटाने के साथ तेजस्वी यादव को देखते ही गार्ड कि नींद गायब हो गया जिसके बाद सदर अस्पताल के पुर्जा काउंटर पर तेजस्वी यादव के साथ महजुद एक व्यक्ति पहुचा जहां पर वह कोरोना जांच करने कि बात करता है। और कहता है
पुर्जा काटने को लेकिन पुर्जा काउंटर पर एक्टिव कर्मचारी को देख बिना पुर्जा के हि वापस लौट जाता है। डायलिसिस सेंटर में कचरो का अंबार लगा देख डिप्टी सीएम ने जमकर कर्मचारी को फटकार लगाई है।
अस्पताल में नाइट ड्यूटी पर इमरजेंसी वार्ड में एक ही डाक्टर पाए जाने पर फटकार लगाते दिखे। वही अस्पताल में भर्ती मरीज और उसके परिजनों ने बात की है। अस्पताल में संसाधन की कमी पाए जाने पर उन्होंने अस्पताल कर्मियों को डाट डपट किया है।
वहीं सदर अस्पताल में तैनात सुरक्षा गार्ड उप मुख्यमंत्री के छापेमारी के समय सोया हुआ मिला जिसके बाद सदर अस्पताल के सुरक्षा में तैनात कंपनी को हटाने और ब्लेक लिस्ट करने का निर्देश दिया है। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, लेबर वार्ड, पुरुष सर्जिकल वार्ड का निरीक्षण किया सदर अस्पताल में लगभग डेढ़ घंटा तक समय बिताने के बाद उप मुख्यमंत्री पटना लौट गए हैं।
*क्या कहते हैं। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव*
उन्होने कहा कि पटना में मरीजों का लोड ज्यादा ही है । उसे रोकने के लिए काम किया जा रहा है। अस्पताल से मरीजों का ईलाज नही कर पटना रेफर कर दिया जाता है। जिसको लेकर बताया की यह लोग ईलाज नही कर रेफर कर देते हैं। हम जो जनता के लिए काम कर रहे और पैसा खर्च कर रहे हैं ।
वह सही से पहुंच रहा है । कि नहीं इसी कि जांच करने हाजीपुर पहुंचे थे । इसे पहले भी हम लोग ने सोनपुर में अस्पताल में निरीक्षण किया है। औचक जिससे रियलिटी मालूम चलता है। कई चीज सुधार है। ऐसी बात नहीं है। जो नहीं सुधर रहा है । जो कमियां है। उसे ढूंढ कर दूर करने में लगे हुए हैं।