बिहार में इन दिनों सियासी तापमान काफी गरम है… विपक्ष लगातार नीतीश सरकार को घेरने की कवायद में जुटी हुई है… सोमवार को विधानसभा बजट सत्र के दौरान विपक्ष के निशाने पर सदन में तेजस्वी यादव रहे.. जब ED रेड को लेकर सदन में तेजस्वी यादव और नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा आमने सामने हुए, तो सियासी बवाल बढ़ गया…
सदन से बाहर निकल तेजस्वी यादव बीजेपी पर खूब गरजे, तो वहीं विपक्ष यानी बीजेपी तेजस्वी यादव की इस्तीफे की मांग की…
मंगलवार को सदन शुरू होते ही विधानसभा के बाहर फिर ऐसा ही कुछ नजारा दिखा…. बीजेपी के तमाम विधायक विधानसभा के पोर्टिको में हाथ में पोस्टर लिए भ्रष्टाचार के आरोप में तेजस्वी यादव की इस्तीफे की मांग करते रहे…
मंगलवार का दिन ज्यों ज्यों सुबह से शाम की ओर ढल रहा था, सदन के बाहर से अंदर तक सियासी बवाल बढ़ता ही जा रहा था… सियासी बवाल की शुरुआत तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग से हुई, इसके बाद सदन में माइक तोड़ने को लेकर और फिर इस आरोप में बीजेपी विधायक लखेंद्र पासवान को दो दिनों के लिए निलंबित करने को लेकर… सियासी बवाल का अंत यही नहीं हुआ…
बीजेपी ने अपने विधायक पर कार्रवाई को लेकर दोनों सदन के कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया और विधानसभा पोर्टिको में बैठकर नारेबाजी करने लगे…
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने माइक तोड़ने के आरोप में बीजेपी विधायक लखेंद्र पासवान पर हुई कार्रवाई को लोकतांत्रिक हत्या करार दिया.. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा के अंदर आज का दिन काला अध्याय के रुप में जाना जाएगा..
विजय सिन्हा ने आसन पर बैठे स्पीकर पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आसन ऐसे व्यक्ति से निर्देशित हो रहा है, जो कभी सदन की मर्यादाओं को अपने बूटों से रौंदा था…
विजय सिन्हा ने अपने विधायक के निलंबन पर दो दिनों तक दोनों सदन को बहिष्कार करने की बातें कही है…
विपक्ष जहाँ एक ओर एकतरफा कार्रवाई की बातें कह रही है, तो वहीं सत्ता पक्ष इसे बीजेपी का प्रायोजित स्क्रिप्ट सदन को न चलने देने की बातें का हवाला दे रहा है…
अब देखने वाली बात होगी आज बुधवार को सदन की कार्यवाही में बीजेपी शामिल होती है या नहीं… या फिर आज भी सदन की कार्यवाही हंगामे की भेट चढ़ जाएगा! …
अभिषेक झा, बिहार नाउ