बेगूसराय में एक बार फिर गंगा के लगातार बढ़ते पानी का असर दिखने लगा है। यहां गंगा खतरे के निशान से मात्र 55 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। बीते 24 घंटा के दौरान 76 सेंटीमीटर से अधिक पानी बढ़ जाने के कारण कई नए इलाके प्रभावित हैं। काफी तेज गति से पानी भरने के कारण दियारा इलाके में बसे दो लाख से अधिक लोगों में हड़कंप मच गया है।
वहीं मटिहानी प्रखंड के रामदिरी में रामनगर और दक्षिणी महाजी को जोड़ने वाला डायवर्सन पानी में बह गया है। जिसके कारण महाजी, भवानंदपुर एवं रामनगर नीचला पट्टी के करीब 20 हजार लोगों का जिला मुख्यालय एवं स्थानीय बाजार से सड़क सम्पर्क भंग हो गया है। लोग निजी नाव के सहारे सोती पार कर रहे हैं। स्थानीय निवासी एनएसयूआई नेता विक्रम कुमार, सुबोध सिंह, अमन कुमार आदि ने बताया कि गंगा के इस सोती में पानी का बेग काफी तेज रहता है। जिसके कारण पुराने पुल को तोड़कर नया पुल बनाया जा रहा है। लेकिन उसके लिए डायवर्सन बनाने में मनमानी किया गया।
मंगलवार की रात अचानक पानी का दबाव बढ़ने पर लोग सतर्क हुए। लेकिन बुधवार की सुबह तक डायवर्सन पूरी तरह से ध्वस्त होकर करीब 50 फीट बह गया है। इधर गंगा का जल स्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है। जल संसाधन विभाग द्वारा सिमरिया पुल के हाथिदह छोड़पर चल स्तर मापा जाता है, जहां कि यह खतरे के निशान 43.17 से मात्र 55 सेंटीमीटर नीचे है। पानी के लगातार बढ़ने से बेगूसराय के चमथा एवं शाम्हो दियारा में बसे एक दर्जन से अधिक गांव टापू बन गया है।
वहीं, बछवाड़ा, तेघड़ा, बरौनी, मटिहानी, बलिया एवं साहेबपुर कमाल प्रखंड के तमाम निचले इलाकों में पानी भर जाने के कारण आवागमन में बाधा के साथ पशुचारे का भी संकट आने लगा है।
वीरेन्द्र कुमार, बेगूसराय