प्रभाष चंद्रा , सुपौल
देश भर में आज अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया गया । इस मौके पर जहां जिले भर में जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया गया, वहीं प्रशासनिक पहल से अब मंडल कारा के निरक्षर बंदियो को भी साक्षर करने कि मुहिम शुरू हो गयी है। इसी कड़ी में रविवार को मंडलकारा परिसर में एक कार्यक्रम का आयोजन कर बंदियो को शिक्षा के प्रति प्रेरित कर उसके बीच कॉपी और पेंसिल सहित पढ़ने लिखने कि सामग्री वितरित की गयी ।
कार्यक्रम का शुभारंभ डीपीओ साक्षरता विजय कुमार, कारा उपाधीक्षक रामानुज कुमार, केआरपी विरेन्द्र देव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम में कुल 130 साक्षर बंदीयों के बीच पठन पाठन के लिए कॉपी, कलम, पैंसिल, स्लेट आदि का वितरण किया गया। इस मौके पर कारा उपाधीक्षक ने कहा कि बंदियों के लिए कारा में पांच पुरूष एवं एक महिला केन्द्र की स्थापना की गयी है।
बंदियों को पढ़ाने के लिए कैदीयों में से ही साक्षर कैदी शिक्षक की भी भूमिका निभायेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षक के रूप में अजीत झा, हरि नारायण साह, इंग्लिश यादव, मनोज मंडल, मो. सरफराज, उपेन्द्र यादव, मो. फारूख, मो. सलाम, पवन देवी नियुक्त की गयी है वहीं डीपीओ ने कहा कि अशिक्षा के कारण हम सरकार द्वारा चलायी जा रही कई योजनाओं को नहीं जान पाते हैं और सरकारी की महत्वाकांक्षी योजना से लोग वंचित रह जाते हैं ।
साथ ही खाली समय में बंदियों से पढ़ने की अपील की, ताकि जेल से निकलने के बाद वे अपने परिवार के अन्य लोगों को वह शिक्षित बना सके क्योंकि अल्प समय में भी लोग शिक्षित हो सकते हैं इसके लिए लोगों को एकाग्रचित होकर शिक्षा ग्रहण करना होगा।
बताया गया कि पुरूष केन्द्र के निरीक्षण की जिम्मेवारी केआरपी विरेन्द्र देव को दिया गया है जबकि महिला केन्द्र की जिम्मेवारी केआरपी मुमताज बेगम को दी गयी । जाहिर है चूंकि साक्षरता को लेकर व्यापक पैमाने पर कार्यक्रम चल रहे हैं लिहाजा जेल में भी निरक्षर बंदियो को साक्षर करने का प्रशासन का ये कदम सराहनीय है ।