बिहार में तीन दिनों तक लागातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए, कई शहर जलमग्न हो गया|राजधानी पटना की इस्थीती बद से बत्तर हो गई, जहां लोगों को घर से निकलना और दाना पानी के लिए लोग तरसते रह गए… पूरा पटना जलमग्न हो गया | पटना के कई इलाके अभी भी जलजमाव की समस्या से पीड़ित है और हजारों लोग अभी भी अपने घरों में भूखे-प्यासे फंसे हुए हैं| लेकिन इसी बीच सीएम नीतीश ने एक बेतुका बयान देते हुए कहा- क्या हुआ अमेरिका में?’ उन्होंने बाढ़ को प्राकृतिक आपदा बताया…|पत्रकार सीएम से सवाल करते रहे लेकिन उन्होंने किसी का उचित जवाब नहीं दिया और उल्टे पत्रकार पर ही भड़क गए|
बड़ा सवाल यह है कि, क्यों सीएम अभी बाढ़ या जलजमाव की समस्या से निपटने की बात कर रहे हैं, ये एतियात जलजमाव से पहले क्यों नहीं किया गया…? नाले की समुचित सफाई क्यों नहीं की गई, संप हाउस को सही कंडीशन में क्यों नहीं रखा गया…? क्यों नहीं निगम में जानकार अधिकारियों को पटना में रखा गया…? पटना में इन कार्यों के लिए उस अधिकारी को रखा गया जिसे जलजमाव से निपटने की हुनर हीं नहीं है…| क्यों सबकुछ पटना में बर्बाद होने के बाद मुज़फरपुर से हुनरमंद नगर आयुक्त जैसे अधिकारी को बुलाया गया….? इन सब का जवाब किसी के पास नहीं है…|
बता दें कि मंगलवार की रात बाढ़ को लेकर पत्रकार ने सवाल किया तो सीएम नीतीश भड़क गए और उन्होंने कहा कि ‘मैं पूछ रहा हूं कि देश और दुनिया के कितने हिस्सों में बाढ़ आई है? क्या पटना के कुछ हिस्सों में पानी ही एकमात्र समस्या है? क्या हुआ अमेरिका में?’ उन्होंने बाढ़ को प्राकृतिक आपदा बताया और कहा कि कई बार सूखे की स्थिति होती है, जबकि अन्य समय में राज्य में भारी बारिश होती है.’ बाढ़ के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में उन्होंने कहा, ‘जिस दिन बाढ़ की स्थिति पैदा हुई, हमने जरूरी इंतजाम करना शुरू कर दिया| राहत का काम चल रहा है| बाढ़ के पानी को बाहर निकालने के लिए कई इंतजाम किए जा रहे हैं|