कोशी तटबन्ध के दियारा इलाके में अब बर्चस्व को ले कर कोई घटना नही घटेगी। इसके लिये सहरसा पुलिस सजग है। उपर्युक्त बातें शुक्रवार को पुलिस अधिक्षक राकेश कुमार ने अपने वेश्म में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा। एक प्रश्न के जवाब में पुलिस अधीक्षक श्री कुमार ने कहा कि कोशी का आतंक एवं पूर्व मुखिया सत्तो यादव को अपराधियों ने वर्चस्व के खातिर दरभंगा सिमा क्षेत्र में गुरुवार को गोली मारकर हत्या कर दिया गया ।
उन्होंने कहा कि सत्तो यादव के हत्या के बाद अब कोसी के दियरा में वर्चस्व को लेकर कोई घटना ना घटे इसके लिए सहरसा पुलिस सजग है। प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने कहा कि जिले में दो अलग अलग घटना में धर्मदेव भगत एवं मन्टुन सिंह को अपराधियों ने गुरुवार को हत्या कर दिया था। दोनों मामले में नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि 21 नवम्बर की रात लगभग 9.30 बजे बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर बाजार में धर्मदेव भगत को सुधांशू कुमार के द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस सम्बंध में बख्तियारपुर थाना कांड संख्या 425/19 धारा 302, 34 भा द वि एवं 27 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि घटना के मात्र 4 धंटे के अंदर आरोपी सुधांशू को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना का मुख्य कारण सुधांशू के भाई सास आशा कार्यकर्ता है एवं मृतक धर्मदेव की पत्नी भी आशा कार्यकर्ता रहने के कारण एक दूसरे के क्षेत्र से गर्भवती महिला को प्रसव हेतु ले जाने हेतु मिलने वाले लाभ को लेकर विवाद पूर्व से चला आ रहा था।
सुधांशू के विरुद्ध सिमरीबख्त्यारपुर थाना में पूर्व से कांड संख्या 166/18 एवं 169/18 दर्ज था। इसी प्रकार 20 नवम्बर की रात मन्टुन सिंह को ईट मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में सौरबाजार थाना कांड संख्या 463/19 धारा 302, 34 भा द वि के तहत दर्ज किया गया था। इस कांड में 24 घंटे के अंदर नामजद आरोपी पंकज कुमार सिंह, मुकेश कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस कप्तान श्री कुमार ने कहा कि 14 नवम्बर की संध्या पुरीख बगीचा में मृत्युंजय झा को चाकू गोदकर हत्या कर दिया गया था।
इस मामले में बिहरा थाना कांड संख्या 199/19 धारा 302 भा द वि के तहत अज्ञात के विरुद्ध दर्ज किया गया था। तकनीकी सहयोग से मुकेश मिश्र की संलिप्तता पाई गई थी। छापेमारी के क्रम में आरोपी मुकेश को गिरफ्तार किया गया तथा घटना का मुख्य कारण रुपये लेनदेन था। पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने दावा किया कि 1 नवम्बर से 20 नवम्बर तक 224 अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया जिसमें 161 अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इसके अलावे 5 हथियार , 5 जिंदा गोली ,6 खोखा, एवं 52 हजार रुपये नगद बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि जिले में अपराधी बख्से नही जायेगें।
उहोने लोगों से अपील करते हुए कहा कि पुलिस थाने में शिकायत करने से नही हिचकें , कभी कभी छोटी धटना भी हत्या के रूप ले लेता है इसलिये छोटी घटनाएं को भी थाने में सूचित करें। सहरसा पुलिस अपराधियों से निपटने के लिये हर समय सजग है। एक्शन मूड में आये पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार एक दिन में तीन हत्या के मामले में सफलता के बाद आगे भी एक्शन मूड बरकरार रह पता है या नही यह तो आनेवाल समय ही बतायेगा।
बी एन सिंह पप्पन क्राइम हेड