प्रभाष चंद्रा ,सुपौल ।
-छातापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में देर प्रसव के बाद प्रसुता की मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया और प्रसव कक्ष के बाहर भाड़ी भीड़ जमा हो गई। मौके पर मौजूद परिजनों ने कहा कि डॉक्टर की लापरवाही में महिला की मौत हुई है।
इधर प्रसूता की मौत से आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने पीएचसी में जमकर हंगामा किया। आक्रोशित लोगों ने महिला की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को जिम्मेवार ठहराया है ।
हंगामा की सूचना पर थानाध्यक्ष अनमोल कुमार सदलबल के साथ पीएचसी पहूंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली जिसके बाद समझा बुझा कर भीड़ को शांत किया ।
इस बीच रास्ते से गुजर रहे त्रिवेणीगंज एसडीएम विनय कुमार सिंह भी जानकारी के बाद पीएचसी पहूंचे और डॉक्टर तथा कर्मियों से स्थीतिगत जानकारी लिया ।
मालूम हो कि वार्ड नंबर 6 निवासी मो सद्दाम की प्रसव पिड़ीता पत्नी 24 वर्षिया सगीरा खातून की नाजुक स्थिति में दोपहर भर्ती कराया गया था, जहां प्रसुता को आवश्यक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई, परिजनों ने बताया कि करीब तीन बजे नाॅर्मल डिलेवरी के तहत बच्ची की जन्म के बाद प्रसुता के शरीर में कंपन आने लगा और 15 मिनट बाद प्रसुता ने दम तोड़ दिया,
आरोप है कि लेबर रूम में आक्सीजन उपलब्ध नहीं था, जबतक अपातकालिन वार्ड से आक्सीजन सिलेंडर लाया जाता तबतक बहूत देर हो चुकी थी,जच्चा के मौत की जानकारी के बाद पीएचसी प्रभारी डा नवीन कुमार प्रसव कक्ष पहूंचे,