21 दिसंबर को आरजेडी की ओर से बिहार बंद के दौरान पटना पुलिस पटना समेत 24 की घटना सामने आई । पटना के डाकबंगला चौराहे पर आरजेडी कार्यकर्ताओं ने जमकर पीटा। साथ ही सुबह के अन्य जिलों में भी मीडिया कर्मियों के साथ बदसलूकी की गई ।
जिसके बाद से बिहार समेत देश के विभिन्न मीडिया संगठनों ने इस घटना की जमकर आलोचना की साथ ही बिहार सरकार से विधि संगत कार्रवाई करने की मांग की है। इसी को लेकर दरभंगा में भी श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने भी मीडिया के साथ हुई बदसलूकी का जमकर विरोध किया है।
श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष शशि मोहन भारद्वाज मैं पटना समेत अन्य जिलों के साथ-साथ दरभंगा में मीडिया कर्मियों के साथ हुई बदसलूकी को गलत बताया। यूनियन की ओर से काला बिल्ला लगाकर विरोध मार्च निकाला गया।
बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की बैठक में दरभंगा सहित बिहार में हो रहे पत्रकारों पर हमले की तीखे शब्दों में भर्त्सना करते हुए 24 घँटे तक काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया।
लक्ष्मीश्वर सार्वजनिक पुस्तकालय परिसर में यूनियन के जिला इकाई की बैठक जिला अध्यक्ष अमरेश्वरी चरण सिंहा की अध्यक्षता में सम्पन्नय हुई, जिसमें दरभंगा सदर प्रखंड के जीवछ घाट में राजद द्वारा बन्द करवाने के दौरान मुकेश कुमार और मनोज कुमार के अलावा अन्य पत्रकारों पर हुए हमले की तीव्र निंदा करते हुए प्रशासन से मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाई की मांग की गयी ।
बैठक में पत्रकारों ने कहा कि “पत्रकार भीड़ का हिस्सा नहीं होता हैं” लेकिन भीड़ में जाकर उन्हें समाचार संकलन करना पड़ता है, ऐसे में उन्हें सुरक्षा की जरूरत है ।बैठक के उपरांत पुस्तकालय परिसर से दरभंगा टावर चौक स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा तक काला बिल्ला लगाकर मौन-मार्च निकाल कर पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया।साथ ही सरकार से मांग की गयी की पत्रकारों को समाचार संकलन के समय सुरक्षा प्रदान की जाए और पत्रकार सुरक्षा कानून को लागू किया जाए।
बैठक में शशि मोहन भारद्वाज, संजीव कुमार, विजय कुमार श्रीवास्तव, मुकेश कुमार , प्रवीण कुमार चौधरी, सुभाष चन्द्र सिंह, पुनीत कुमार सिन्हा, प्रकाश झा, मनोज कुमार, आशीष सिंह, मनोज कुमार दास, राम कुमार झा , विशाल कुमार, दीपक कुमार झा, रवि श्री खण्डेलवाल, सुनील कुमार मिश्रा, रविकांत ठाकुर, राकेश कुमार , राजू सिंह, अंजीत कुमार सिंह, राजीव कुमार, प्रवीर कुमार , वीरेंद्र कुमार आदि ने अपना विचार रखा.