शराबबंदी की हकीकत को बयां करने के लिए बेगूसराय की एक वाकया काफी हे.. मामला बेगूसराय के नगर थाना इलाके के बाईपास के समीप की है, जहां नशे की हालत में एक ऑटो ड्राइवर ने जिले के एक प्रशासनिक मुखिया यानी एसडीएम सदर के गाड़ी में टक्कर मार दी.. हालांकि इसके उस ऑटो चालक को गिरफ्तार कर लिया गया…
लेकिन ये वाकया ने एक बार फिर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.. सबसे बड़ा सवाल :
1. सूबे के मुखिया के लाख कोशिशों व दावों के बावजूद जिले में शराब बंदी क्यों नहीं हो पा रहा है ?
2. क्या जिले में शराब बिक्री की जानकारी स्थानीय प्रशासन को नहीं होती है ?
3.यदि जानकारी नहीं होती है, तो प्रशासन का लोकल इंटेलिजेंस इतना कमजोर कर्मों है ?
4. यदि जानकारी होती है, तो फिर कार्रवाई कर्मों नहीं ?
5. या सबकुछ जानकर भी, अनजान बना रहता है प्रशासन और जिले में खुलेआम बिकती है शराब ?
6. शराब बिक्री के लिए जिम्मेदार स्थानीय प्रशासन कर्मों नहीं ?
धनंजय झा, बिहार नाउ, बेगूसराय…