हमें बुला लो सरकार… हमें बुला लो सरकार…अपने घर बुला लो सरकार…अब धैर्य भी काम नहीं कर रहा सरकार…ये पुकार सुन लो सरकार !
ये पुकार किसी और का नहीं ,बल्कि ये पुकार बिहार के भविष्य का है… बिहार के लाल का है…
जी हां, ये उन छात्रों की व्यथा है…ये उन छात्रों की पीड़ा है जो अपने मां-बाप से दूर,घर से बाहर और दूसरे राज्य सिर्फ अपने भविष्य को संवारने के लिए गए थे.. लेकिन भविष्य को संवारने के बजाए वो हर घंटे,हर दिन,हर समय,हर लम्हे अपने आप को संवारने और सुरक्षित करने के लिए बिहार सरकार से गुहार लगा रहे हैं…इसकी वजह सिर्फ एक है , वो है कोरोना वायरस…
वैश्विक महामारी कोरोना से पूरा देश सहित बिहार इस वक्त जूझ रहा है…इससे बचाव के लिए केंद्र व राज्य सरकार ने 25 मार्च को लॉक डाउन लगा दिया…जिसके कारण देश के कई हिस्सों में बिहार से बाहर गए छात्र फंसे हुए हैं और अब उन लोगों को सुरक्षा, राशन सहित कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.. जिसके कारण वो लोग अपने घर आना चाहते हैं…ऐसा ही कुछ मामला राजस्थान का कोटा व आंध्र प्रदेश से सामने आया है, जहां छात्र बिहार सरकार से वीडियो जारी कर राज्य आने का गुहार लगा रहे हैं…
कोटा में रह कर एक निजी संस्थान में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्र भागलपुर निवासी आर्दश कुमार झा ने बिहार सरकार से गुहार लगाई है कि हमलोगों अपने घर मंगवा लिया जाए..कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए घर से दूर कोटा में अब हमलोगों को डर लग रहा है साथ ही कई तरह के परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है… उन्होंने कहा कि अब हमलोगों का धैर्य भी जबाव दे रहा है…ऐसा ही हाल फंसे हुए तमाम छात्रों का है…
वहीं IIT की तैयारी कर रही कोटा में फंसे बिहार की एक छात्रा का कहना है कि अब वो मानसिक व शारीरिक तौर पर अस्वस्थ होते जा रही है कोरोना के खौफ से…अकेलापन को लेकर पीड़ित छात्रा बहुत ही असहाय महसूस कर रही हैं साथ ही राशन सहित तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.. इसलिए वो भी सरकार से घर आने की गुहार लगा रही हैं…
अब एक ऐसा ही मामला आंध्र प्रदेश से है, जहां एक कमरे में 6 बिहारी नाबालिग फंसे हुए बच्चे सरकार से अपने घर बिहार के मुजफ्फरपुर आने के लिए गुहार लगा रहे हैं…
जानकारी के मुताबिक,6 नाबालिग अपने बुढ़ी दादी के साथ आंध्र प्रदेश के गोदावरी जिले के राजमुंदरी में फंसे हैं ।
दरअसल मुज़फ़्फ़रपुर के यह सभी नाबालिग बच्चे आपस मे रिश्तेदार हैं ,और आंध्रप्रदेश में दादी के साथ रहकर निजी स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे ।होली के बाद इन बच्चों को पढ़ाई के लिए आंध्रप्रदेश भेजा गया था ।
कोरोना महामारी को लेकर जब पूरे देश मे लॉक डाउन हो गया तब इन बच्चों को दिक्कत होने लगी ।पहला लॉक डाउन तो इन नाबालिग बच्चों ने काफी धैर्य और हिम्मत से काट लिया ।पर जब दूसरा लॉक डाउन घोषित हुआ तो इन बच्चों का धैर्य जबाब दे दिया ।बूढ़ी दादी अस्वस्थ्य हो चुकी हैं और नाबालिग कहीं आ जा नही सकते । 11 से 14 वर्ष तक के इन बच्चों ने वीडियो संदेश जारी कर बिहार सरकार से घर वापसी की गुहार लगाई है ।
फोन पर सूचना देते हुए इनके गार्जियन ने बताया कि पास के लिए आवेदन दिया जा चुका है ,पर पास मिलने में काफी विलम्ब हो रहा है ।
महीप राज, बिहार नाउ, पटना