पूर्व केंद्रीय मंत्री और अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान की पहली जयंती पर अपने आशीर्वाद यात्रा की शुरुवात चिराग पासवान ने हाजीपुर के सुल्तानपुर गांव से आज किया. यह गांव पासवान चौक से समस्तीपुर जाने वाली रोड में है.
दरअसल इस गाँव को चुनने की वजह ये है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान को यह गांव काफी पसंद था. 1977 में जब उन्होंने अपनी संसदीय राजनीति की शुरुआत की थी तो पहला कदम भी इसी गांव से बढ़ाया था. केंद्र में सरकार किसी भी गठबंधन की हो, उस सरकार में रामविलास पासवान मंत्री जरुर बनते थे
इस गांव में 1400 घर है, करीब तीन हजार की आबादी है. सारे घर और सारी आबादी सिर्फ पासवान जाति के लोगों की है.रामविलास जब भी इस रूट से गुजरते थे, तब वो इस गांव में आते थे. लोगों से मिलते थे. उनसे बात करते थे. जब बात रामविलास पासवान की पहली जयंती मनाने की हुई तो लोजपा ने काफी मंथन के बाद हाजीपुर के इस गांव को चुना, जिस पर चिराग पासवान ने अपनी सहमति जताई थी।