बिहार में शराबबंदी कानून के बीच सीवान में संदेहास्पद स्थिति में 3 लोगों की मौत हुई हैं। मौत के बाद से गांव में कोहराम मच गया। जहरीली शराब से मौत की आशंका जताई जा रही है। हालांकि प्रशासन के तरफ से अभी मौत की वजह स्पष्ट नहीं की गई है।
घटना दरौंदा प्रखंड के ढेबर गांव की हैं। बताया जा रहा है कि एक ही गांव के तीन व्यक्ति की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। गांव के खेत से देशी शराब का एक थैला भी बरामद किया गया हैं। वही आनन-फानन में दो मृतकों के परिजनों ने शव का दाह संस्कार कर दिया है। मृतकों में स्व राम प्रसन्न मांझी का पुत्र अवधकिशोर मांझी, लाल मोहम्मद मिया का पुत्र नूरमिया और लालधर मांझी का पुत्र कमलेश मांझी हैं। एक निजी अस्पताल में इलाज के क्रम में अवधकिशोर मांझी की मौत हुई हैं। वहीं अन्य दो लोगों की मौत गांव में हुई हैं। हालांकि इस पूरे मामले पर जिला प्रशासन जांच में जुटी हुई है, लेकिन कुछ भी बोलने से बच रही हैं।
दिसंबर महीने में भी 3 लोगों की हुई थी मौत
गौरतलब हो कि इसके पहले भी दिसंबर 2021 में सीवान जिले के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के सरेया गांव में तीन लोगों की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई है। बता दें कि तीन लोगों की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें इलाज के लिए गोरखपुर में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के क्रम में तीन लोगों की मौत हो गई। बता दें कि सरेया गांव निवासी बच्चा साह के बेटे प्रमोद साह (42 वर्ष), सवाई साह के बेटे पवई साह (30वर्ष) और सतन साह के बेटे हरिभुवन साह (50 वर्ष) दाहा नदी के किनारे शराब पीने गए थे। वहां से घर आने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। ऐसे में उन्हें गोरखपुर में भर्ती कराया गया। लेकिन इलाज के क्रम में तीनों की एक-एक कर मौत हो गई। ऐसे में परिजनों ने तीनों का अंतिम संस्कार भी कर दिया।
अक्टूबर महीने में भी 4 लोगों की हुई थी मौत
बता दें कि अक्टूबर महीने में जिले के गुठनी थाना इलाके के बेलौर-बेलौरी गांव में चार लोगों की जहरीली शराब पीने के बाद संदिग्ध हालात मौत हो गई थी, जिसके बाद से सीवान एसपी अभिनव कुमार ने गुठनी थानाध्यक्ष और इलाके के चौकीदार को निलंबित कर दिया था।
राजेश कुमार, बिहार नाउ, सीवान