भागलपुर ब्लास्ट के बाद रिहायशी इलाके में पटाखे रखने को लेकर अलर्ट हुई मुंगेर पुलिस। एसडीओ और एसडीपीओ के नेतृत्व में पटाखा दुकानों में कल रातभर चली छापेमारी। शहर के एक पटाखा व व्यवसायी दोकान और गोदाम को किया सील। एसडीओ ने कहा गोदाम के छह कमरे में 630 कार्टन पटाखा किया गया बरामद। गोदाम को किया गया सील।
मुंगेर प्रशासन की ओर से बुधवार की रात छापेमारी में भारी मात्रा में पटाखे बरामद किए गये। तीन नंबर गुमटी के पास एक पटाखे के गोदाम में छापेमारी की गई। गोदाम शंकर पटवा का बताया जा रहा है। गांधी चौक पास उसकी पटाखे की दुकान है। छापेमारी एसडीओ खुशबू गुप्ता व एसडीपीओ नंदजी प्रसाद के नेतृत्व में की गई। छापेमारी के दौरान डॉग स्कॉवड की भी टीम थी। छापेमारी में बरामद पटाखे लगभग दो करोड़ की है जो अभी पता चल पाया है। लेकिन बताया जा रहा है कि छह कमरे में पटाखे था। पटाखे की लाइसेंस है या नहीं इसकी भी जांच की जाएगी। एक व्यक्ति से पूछताछ भी की जा रही है। देर रात तक छापेमारी चली। एसडीओ औऱ एसडीपीओ ने बताया कि पटाखा व्यवसाई शंकर पटवा के गुमटी नंबर 3 पर स्थित गोदाम में भारी मात्रा में पटाखा बरामद किया गया। लगभग छह कमरों में 630 कार्टून में विभिन्न प्रकार के पटाखे थे। उन्होंने कहा कि गोदाम को सील कर लिया गया है और इस मामले में मालिक समेत दो व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है आगे उन्होंने बताया कि रिहायशी इलाकों में इस तरह के गोदाम में पटाखे रखना जुर्म है ।उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी पटाखा कारोबारी घनी आबादी में पटाखा रखता है उसे तुरंत प्रशासन पदाधिकारी को सूचना दें। उन्होंने कहा कि पटाखे का मूल्य कितना है अभी जांच की जा रही है साथ ही दुकानदार के लाइसेंस की भी जांच की जा रही है।
पटाखा व्यवसाई ने बताया कि मेरा पटाखा का कारोबार जिले में है और मुझे 2021तक लाइसेंस है। अधिकारी के आदेश के बाद मैं दुकान में पटाखा बेचना बंद कर दिया हूं। लेकिन पटाखा का स्टॉक हमारे पास बचा हुआ था जो हमारे गोदाम में है था।
छापेमारी में सदर सीओ पूजा कुमारी, खाद आपूर्ति पदाधिकारी, कोतवाली इंस्पेक्टर नीरज कुमार भाड़ी संख्या में पुलिस बल आदि थे। गोदाम सील कर दिया है और पुलिस बल तैनात कर दिया गया है वहा पे।
ऐसे सूत्रों की माने तो व्यवसाय शंकर पटवा की पटाखे की दुकान शहर के बीचों बीच गांधी चौक स्थित रटन मार्केट में है वही गोदाम भी तीन नंबर गुमटी स्थित वह भी रिहासि इलाका है जिसे कोई भी बड़ी घटना कभी भी घट सकती है,वही इसकी लाइसेंस 2021 तक का ही रिन्युअल है औऱ इतनी बड़ी मात्रा में पटाखे की स्टोक रखना मायने रखता है अब देखना यह है कि इस व्यवसाय शंकर पर कितनी करवाई और होती है।
मनीष कुमार, बिहार नाउ, मुंगेर