सुभाष शर्मा, बिहार नाउ, दरभंगा
दरभंगा – शुक्रवार शाम ओडिशा के बालासोर जिले के बहानागा रेलवे स्टेशन के पास हुए ट्रेन हादसा में जिनके ऊपर खुदा की रहमत रही, वे सकुशल अपने घर लौट पाये। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग रहे, जिनकी हंसती खेलती जिंदगी चंद मिनटों में उजड़ गई। उसी घटना की शिकार हुई दरभंगा जिले के बहादुरपुर प्रखंड के मनियारी गांव की रूपा कुमारी। जिनकी शादी की एक महीना भी ठीक से पूरा नही हुआ की इस रेल हादसे ने उनकी मांग की सिंदूर छीन ली। वही मौत की खबर से अखिलेश कुमार यादव के घर पर कोहराम मचा हुआ है।
दरअसल, बहादुरपुर प्रखंड के मनियारी गांव निवासी नरेश यादव के 22 वर्षीय पुत्र अखिलेश कुमार यादव की 7 मई 23 को रूपा के साथ हुई और शादी के कुछ दिन बाद रूपा के पति अखिलेश ने अपनी पत्नी व परिवार के सदस्यों से कहा कि अब वे अपने रोजी रोटी के लिए चेन्नई जाएगा। जिसके बाद परिवार के रजामंदी के बाद अखिलेश और गांव के ही बौवे साहेब सहनी 1 जून को चेन्नई के लिए घर से निकला। लेकिन रास्ते मे ही दोनों हादसे का शिकार हो गया और दोनों की मौत हो गई। इन दोनों की पहचान जेब में उपलब्ध आधार कार्ड के आधार पर किया गया।
वही मृतक अखिलेश यादव की पत्नी रूपा देवी ने अपने नसीब को कोसते हुए कहा की उनकी शादी 7 मई 23 को हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद मेरे पति बोले कि अब वह कमाने के लिए बाहर जाएंगे। वे शादी से पहले चेन्नई में जूस बेचने का काम करते थे और वे चेन्नई के लिए 1 जून को गांव के बौवे साहेब सहनी के साथ चेन्नई के लिए यहां से निकले थे। वही मौत की सूचना के बाद दोनो मृतक के परिजन मौके पर पहुंचकर शव की पहचान कर शव को लाने की तैयारी में है।
वही मनियारी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि जनक पासवान ने कहा कि उड़ीसा में जो रेल हादसा हुआ है। उसमें हमारे पंचायत के अखिलेश कुमार यादव और बौवे साहेब सहनी हादसे का शिकार बन गया है।
इस घटना की जानकारी हम लोगों को फ़ोन के माध्यम से प्राप्त हुआ है। लेकिन वहां का प्रशासन लापरवाही कर रहा है। शव को लाने के लिए जो परिजन वहां पहुंचे हैं। उन्हें शव को सौप नहीं रहे हैं। हम लोग सरकार से आग्रह करते हैं कि जल्द से जल्द दोनों शव को सौंप दें। ताकि उनका अंतिम संस्कार रीती रिवाज के साथ किया जा सके।
अखिलेश कुमार यादव के दो भाई और एक बहन है, जिनमें यह सबसे बड़ा था। अखिलेश की शादी अभी एक महीने पहले ही हुई थी। वह चेन्नई में रहकर मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करने का काम करता था। वहीं, बौवे साहेब सहनी के तीन भाई और तीन बहन हैं। वह अपने सभी भाई-बहनों में सबसे छोटा था। बौआ के दो भाई भी चेन्नई में साथ रहकर मजदूरी काम करते हैं। वहीं, मौत सूचना मिलने के बाद परिवार के सदस्य मृतकों की पहचान के लिए ओडिशा रवाना हो चुके हैं।
बताते चले कि ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में अबतक 13 लोगो के नाम सामने आये है। जिसमे बिरौल अनुमंडल के नारायणपुर गाँव के 9 लोग तथा बेनीपुर अनुमंडल के उफरदाहा गांव के चार युवक शामिल है। वही इस रेल हादसे में तीन लोगो की मौत हुई है।
जिसमे बहादुरपुर प्रखंड के मनियारी गांव के अखिलेश यादव कुमार , बौवे साहेब सहनी एवं दरभंगा शहर के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के अललपट्टी मुहल्ला के विनोद यादव की मौत की खबर है। वही मौत की खबर के बाद से इलाके में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।