शव को देखने उमड़ा जन सैलाब,हर किसी की आंखे हुई नम, परिवार वालो का रो रो कर बुरा हाल
जदयू जिलाध्यक्ष ने अपनी सरकार से मृतक की पत्नी के लिए सरकारी नौकरी,माँ के लिए पेंसन,आश्रितों के लिए 5 लाख मुआवजे की मांग की..
सुभाष शर्मा, बिहार नाउ, दरभंगा
दरभंगा:-उड़ीसा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसा में दरभंगा के 13 घायल 3 लोगो की मौत में एक अल्लपट्टी के रहने वाले विनोद यादव का कल देर शाम अल्लपट्टी स्थित आवास पर शव पहुँचने के बाद मोहल्ले में कोहराम मच गया सभी की आंखें नम हो गई, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है माहौल गमगीन हो गया। हजारों की संख्या में श्रद्धांजलि देने जन सैलाब उमड़ पड़ा हर कोई गमगीन था।
महज दो साल पहले हुई शादी के बाद माँ, पत्नी के साथ रह रहा विनोद यादव ही एक मात्र सहारा था परिवार के भरण पोषण का, दो भाईयों में छोटा बड़े भाई की मृत्यु पहले ही हो गई थी।परिवार के एकमात्र सहारे की मृत्यु भी रेल हादसे में हो गईं।पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है कुछ भी बोलने की स्थिति नहीं नहीं सिर्फ रोये जा रही है।
लोगो की मानें तो विनोद यादव काफी खुश मिजाज मिलनसार लड़का था,विगत दिनों नगर निगम के चुनाव में उसने वार्ड 28 से (अल्लपट्टी) से वार्ड पार्षद का चुनाव भी लड़ा था जिसमे हार मिली थी।
कर्जा उतारने के लिए माँ को बिना बताए निकला था साले के कहने पर कमाने
विनोद यादव का साला चेन्नई में काम करता है,उससे विनोद यादव ने कहा दरभंगा में बैठे हैं काफी कर्जा हो गया है, साले ने कहा चेन्नई आ जाइए यहाँ काफी काम है रोजगार है, साले के बुलाने पर रोजगार की तलाश में पत्नी व माँ को अकेले छोड़ वह जा रहा था उसे क्या पता था इतना भीषण रेल हादसा होगा और उसकी क्षत-विक्षत लाश दरभंगा आएगी।रेल हादसे के बाद विनोद यादव ने इसकी सूचना अपने साले को दी,जिसपर साला अस्पताल पहुंचा जहाँ 4 दिनों बाद उसकी लाश मिली
वही दरभंगा जदयू जिला अध्यक्ष गोपाल मंडल ने अपने ही सरकार से मुआवजे की मांग करते हुए कहा हम जनता दल यू के जिलाध्यक्ष की हैसियत से बिहार सरकार से मांग करते हैं कि उनकी विधवा मां को पेंशन मिले जब तक जीवित रहे।
वही लड़का उसके परिवार का सब कुछ था। उसकी जो पत्नी है विधवा पत्नी उसको सरकारी सेवा में नौकरी मिले, और इनके आश्रित को बिहार की सरकार मुआवजा दे ताकि इन लोगों का जीवन अच्छे ढंग से चल सके, इन लोगों को सड़क पर नहीं भटकना पड़े। यह मांग हम बिहार सरकार से करते हैं ₹5 लाख मुआवजा मिलना चाहिए।