नियोजित शिक्षकों के मुद्दे और उनकी मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को 1, अणे मार्ग में मीटिंग करेंगे। इस बैठक में महागठबंधन में शामिल दलों के विधायक दल के नेता भी मौजूद रहेंगे।
पूर्व में ही ये तय हुआ था कि मानसून सत्र के बाद मुख्यमंत्री इस संबंध में महागठबंधन के नेताओं से बात करेंगे। वामदलों का इस बात पर जोर है कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए।
इधर, सीएम आवास पर होने वाली अहम बैठक में शिक्षक संघों को न्योता नहीं दिया गया है, जिससे शिक्षक संघों में नाराजगी है। वहीं, इस बैठक में शिक्षकों की क्या मुख्य मांगें हैं, इसपर घटक दलों के क्या विचार हैं, यह सब मुख्यमंत्री नेताओं से सुनेंगे और अपनी बात भी रखेंगे। गौरतलब है कि विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान शिक्षकों ने उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा दिए जाने को लेकर प्रदर्शन किया था।
वहीं, कई दलों के नेता भी विधानसभा और विधान परिषद में शिक्षकों के समर्थन में अपनी बात रखी थी। वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी कहा था कि शिक्षकों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री स्वयं बात करेंगे। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए सीएम नीतीश ने नेताओं की बैठक बुलायी है।
कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान ने कहा कि मुख्यमंत्री के समक्ष शिक्षकों के विषय को लेकर वह अपनी बात रखेंगे।
वहीं, माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने, उर्दू-कंप्यूटर शिक्षक की बहाली करने और तालीमी मरकज टोला सेवकों से जुड़ी समस्याओं की सीएम के समक्ष रखेंगे।