पटना में सीएम हाउस में जेडीयू की बैठक खत्म हो गई। जानकारी के मुताबिक, 3.30 घंटे तक चली इस बैठक में सीएम ने लोकसभा चुनाव को लेकर फीडबैक लिया। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री संजय झा, अशोक चौधरी, विजेंद्र यादव और विजय चौधरी हुए।
ललन सिंह को भी मीटिंग में शामिल होना था, लेकिन वे नहीं आए। पार्टी की तरफ से बताया गया कि ललन सिंह लखीसराय और नालंदा दौरे के दौरान भीग गए थे जिससे उनकी तबीयत खराब हो गई थी।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार अपने पार्टी नेताओं के साथ सीएम हाउस में आज से दो दिवसीय महामंथन कर रहे हैं। इस दौरान वे पार्टी के प्रमंडल प्रभारियों, जिला अध्यक्षों और प्रखंड अध्यक्षों समेत संगठन के 850 नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
पहले दिन सीएम पार्टी के 51 संगठन जिलों के जिला अध्यक्षों और प्रमंडल प्रभारियों के साथ बैठक की। सभी जिलाध्यक्ष को बोलने के लिए 2.30 मिनट का समय दिया गया था। कल यानी 12 सितंबर को सीएम पार्टी के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों के 534 प्रखंड अध्यक्षों के साथ मंत्रणा करेंगे।
इधर आरजेडी की बैठक का आज दूसरा दिन है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर मीटिंग की। वहीं, कल की बैठक में तेजस्वी ने पार्टी के नेताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा है।
18 सितंबर से शुरू हो रहे लोकसभा के विशेष सत्र से पहले सीएम नीतीश कुमार की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। सियासी गलियारों में इसे लेकर अलग-अलग चर्चाएं हैं। कुछ इसे लोकसभा चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने के लिए सीएम का प्लान तो कुछ चुनाव से पहले सीएम का ग्राउंड जीरो से फीडबैक मीटिंग बता रहे हैं। जेडीयू सूत्रों की माने तो इस दो दिवसीय मीटिंग में सीएम अपने नेताओं को लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों के मोर्चे पर दिशा-निर्देश देंगे।
इससे पहले जून-जुलाई के दौरान नीतीश कुमार पार्टी के सांसदों और विधायकों से भी वन टू वन मुलाकात कर चुके हैं। तब इसे फीडबैक मीटिंग बताया गया था। सीएम ने विधायकों से न केवल जमीनी हकीकत की जानकारी ली थी। बल्कि ज्यादा से ज्यादा फील्ड में रहने की सलाह दी थी।