बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की ओर से जारी शिक्षक भर्ती के रिजल्ट को राज्य में जमकर बवाल मचा हुआ है। शिक्षक अभ्यर्थियों का आरोप है कि फर्जी डिग्री पर बहाली ली जा रही है। इस बीच सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस मुद्दे को लेकर इंडिया गठबंधन पर हमला बोला है।
मांझी ने गुरुवार को सोशल मीडिया X पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि सूबे के बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति घोटाले में जॉब फॉर मनी स्कैंडल को लेकर यदि ईडी की एंट्री होगी तो घमंडिया गठबंधन के लोग कहेंगें चुनाव है, तो छापेमारी हो रही है। नियुक्ति घोटाला हो या ट्रांसफर-पोस्टिंग घोटाला ईडी की एंट्री होनी चाहिए। मोदी सरकार में कोई भ्रष्टाचारी नहीं बचने वाला…
कुछ दिन पहले भी मांझी ने शिक्षक नियुक्ति को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला था। मांझी ने सोशल मीडिया पर शेयर पोस्ट कर लिखा था कि बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति मामले की उच्चस्तरीय जांच की आवश्यकता है।
आरक्षण की अनदेखी कर यह नियुक्ति रेलवे के लैंड फॉर जॉब के तर्ज पर मनी फॉर जॉब स्कीम के तहत की गई है। पैसा दो सरकारी नौकरी लो घोटाले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। बिहार सरकार ने युवाओं का बेड़ा गर्क कर दिया है…
गौरतलब है कि बीपीएससी ने शिक्षक नियुक्ति का रिजल्ट जारी किया है। नवनियुक्त शिक्षकों की काउंसिलिंग के साथ उनका प्रशिक्षण भी शुरू कर दिया गया है। काउंसिलिंग 30 अक्टूबर तक चलेगा। प्रशिक्षण के बाद स्कूल का आवंटन होगा। हंगामा कर रहे अभ्यर्थी अपना-अपना तर्क दे रहे थे।
अभ्यर्थियों का आरोप था कि जिन्होंने एसटीईटी पास नहीं किया है, उनका भी रिजल्ट दे दिया गया है। इसके अलावा शैक्षणिक कागजात का सत्यापन को लेकर भी अभ्यर्थियों ने सवाल उठाये हैं…