पटना में बुधवार को जदयू ऑफिस के बाहर ग्रामीण चिकित्सकों ने हाथ में कटोरा और गले में आला लगाकर प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण चिकित्सकों ने जदयू कार्यालय का घेराव किया। ग्रामीण चिकित्सकों ने नियोजन की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन को देखते हुए जदयू कार्यालय के मेन गेट को बंद कर दिया गया।
ग्रामीण चिकित्सकों का कहना है कि पिछले 5 साल से दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। सरकार ने सभी को ट्रेंड किया है और स्वास्थ्य विभाग में समायोजन का वादा किया था। आज तक समायोजन नहीं किया गया है। इसलिए सड़क पर सभी डॉक्टर भीख मांग रहे हैं और गुहार लगा रहे हैं।
जदयू कार्यालय के बाहर हंगामा और नारेबाजी के कारण सड़क जाम रही। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया।
प्रदर्शन कर रही आशा सिंह ने कहा कि हम लोग अपने हक के लिए भीख मांगने आए हैं। सड़क पर खड़ा कर दिया गया, पुलिस ने गेट से बाहर कर दिया। हम लोग 38 जिले से आए हैं। 2 महीने तक धरना प्रदर्शन करने के बाद भी हमारा हक नहीं मिला। भीख मांग रहे हैं तो भीख भी नहीं दे रहे हैं। हम लोग स्वास्थ्य विभाग भी गए थे, वहां बोला गया कि हमारा कुछ नहीं हुआ।
तेजस्वी जी के पास भी एक महीने पहले गए थे, लेकिन परिणाम नहीं निकला। इसलिए आज नीतीश सरकार से भीख मांगने आए हैं। हम लोग भीख मांग रहे हैं और वो प्रधानमंत्री का सपना देख रहे हैं।
डॉ. अरविंद पंडित ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग में सुरक्षा व्यवस्था और सहयोग करने के लिए हम लोगों को प्रशिक्षण दिया गया था। पटना के बापू सभागार में ये भी कहा गया था कि हम लोगों को समायोजन करेंगे। हम लोगों के जगह पर अप्रशिक्षित लोगों को लिया जाता है…