पटना सिविल कोर्ट में बुधवार को हुए ट्रांसफार्मर ब्लास्ट में एक वकील की मौत हो गई, जबकि 4 लोग गंभीर रूप से घायल हैं ..इस दर्दनाक हादसे के बाद संबंधित विभाग पर सवाल खड़े होने शुरू होने शुरू हो गए हैं साथ ही बड़ी मांग की गई है …
एक तरफ पटना सिविल कोर्ट के वकीलों का कोर्ट के बाहर धरना व अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है,तो वहीं दूसरी ओर पटना हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील सह समाजसेवी मणिभूषण सेंगर ने भी इस दर्दनाक घटना पर दुख प्रकट किया है ….
हाईकोर्ट के एडवोकेट मणिभूषण सेंगर ने न सिर्फ दुख प्रकट किया बल्कि उन्होंने सरकार और बार काउंसिल ऑफ इंडिया से बड़ी मांग की है…
मणिभूषण सेंगर ने बार काउंसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा से निवेदन करते हुए कहा कि उन्होंने जो पांच-पांच लाख रुपया सभी मृत अधिवक्ता के परिवार को देने की घोषणा की है उसे भविष्य के लिए पेंडिंग न रखकर कल की तारीख में अर्थात 15 मार्च 2024 को ही उनके आश्रित एवं परिवार के लोगों को दें….
हाईकोर्ट के एडवोकेट मणिभूषण सेंगर ने कहा कि अधिवक्ता कोई आम इंसान नहीं होता l उसके साथ कोई त्रासदी हो गई तो उसे 5 लाख, एक लाख रुपया मुआवजा के रूप में दे दिया जाए
बिहार के जितने भी अधिवक्ता है अगर किसी भी अधिवक्ता के साथ ऐसी हृदय बिदारक दर्दनाक घटना घटती है तो कम से कम उस अधिवक्ता के आश्रित लोगों को वह सारी सुविधाएं आर्थिक रूप से मिलनी चाहिए जो एक सेकंड क्लास न्यायिक पदाधिकारी को मिलती है l क्योंकि अगर न्यायिक पदाधिकारी जज ऑफ़ द कोर्ट होते हैं तो अधिवक्ता भी ऑफिसर ऑफ द कोर्ट होते हैं l
मणिभूषण सेंगर ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि भेड़ बकरी की तरह अधिवक्ता के परिवार जनों को नहीं छोड़ा जा सकता l अगर कल की घटना में अधिवक्ता संघ एक होकर इन मांगों को सरकार, उच्च न्यायालय, एवं अधिवक्ता संघों से पूरा करवा लेती है तो कल के डेट में आने वाले अधिवक्ता पीढ़ी को परेशानी नहीं होगी l
उन्होंने कहा कि बाकी हम सभी अधिवक्ता एक बुद्धिजीवी है l हमें भी पटना सिविल कोर्ट के जो अधिवक्ता अपनी मांगों के लिए विरोध कर रहे हैं उसमें कदम से कदम मिलाकर उनका साथ देना चाहिए ….