सीतामढ़ी की एक महिला ने जनता दरबार में मुख्यमंत्री से गुहार लगाई. CM से कहा कि हमारे पिता के हत्यारों को गिरफ्तार कराएं. हत्या के तीन साल 8 महीने हो गए. आज तक मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार नहीं हुआ। उल्टे वह धमकी देता है,हमलोग घऱ में बंद रहते हैं. शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री बोले…
कमाल है. पूछा- कोई कार्रवाई नहीं हुई ? महिला बोली कि पहले बॉडीगार्ड मिला था उसे भी वापस ले लिया गया. शिकायत की गंभीरता को देखते हुए सीएम नीतीश ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि गंभीर मामला है. इसे तुरंत देखिए और एक्शन लीजिए।
नीतीश कुमार के जनता के दरबार में गया कि एक महिला ने गुहार लगाई. महिला ने कहा कि दबंगों ने ज्यादती की. बेटी को उठाकर ले गए और गलत काम किया. थाने में केस किया लेकिन वो लोग पैसे की बदौलत पुलिस को पैकेट में रखते हैं. टेकारी थाना की पुलिस 2 लाख रू लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही.
मुख्यमंत्री ने गंभीरता से शिकायत को सुना. इसके बाद डीजीपी को फोन लगाया. सीएम नीतीश ने डीजीपी से कहा कि पुलिस क्यों नहीं कार्रवाई कर रही, अभियुक्तों को क्यों नहीं गिरफ्तार किया जा रहा? तत्काल एक्शन लीजिए।
खगड़िया से आए एक फरियादी ने सीएम नीतीश से कहा कि पुलिस ने गलत केस में फंसा दिया है. हमें न्याय चाहिए। शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि डीजीपी को फोन लगाओ. इसके बाद मुख्यमंत्री ने डीजीपी से कहा कि खगड़िया से एक व्यक्ति आए हैं. आरोप है कि पुलिस ने गलत केस में फंसा दिया है. इसे देखिए।
कैमूर से आए एक युवक ने नीतीश कुमार से कहा कि हमारे जमीन का गलत जमाबंदी हो गया. हमने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई लेकिन अब तक मेरा काम नहीं हुआ है. शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाया. फोन लगाकर कहा कि कैमूर से एक युवक आया है.
शिकायत है कि इसकी जमीन का गलत जमाबंदी हो गया है. इसने शिकायत की लेकिन अब तक काम नहीं हुआ है. इसको देखिए। वहीं एक दूसरे फरियादी ने भी मुख्यमंत्री से कहा कि हमारे जमीन का गलत म्यूटेशन कर कब्जा कर लिया गया है.