जमुई: नगर परिषद के विकास का कार्य अब मुख्य पार्षद नहीं बल्कि मंत्री जी करेंगे। मुख्य पार्षद का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा बोधवन तालाब का सौन्दर्यकरण भी मंत्री जी करेंगे। यह कोई और नहीं बल्कि स्वयं मुख्य पार्षद मो.हलीम का कहना है।
इस बात से यही पता चलता है कि मुख्य पार्षद की जुबान फिसल गई हो या सोच समझकर मंत्री के नाम पर जिमेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। ड्रीम प्रोजेक्ट बोधवन तालाब के बारे में पूछने पर पहले तो उन्होंने चुप्पी साध ली फिर वे मंत्री पर फेंक दिए। उन्होंने कहा कि कागज बनाने के लिए यह लोग ले जाते हैं और यही लोग टाइम काट देते हैं।
इस संबंध में मंत्री जी को बोले तो मंत्री जी कागज मांगे उसके बाद बोले अच्छा ठीक है हम देखते हैं इसे बनवाने का काम करेंगे। इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि ड्रीम प्रोजेक्ट बोधवन तालाब का सौंदर्यीकरण का कार्य मुख्य पार्षद से नहीं हो सकता है क्योंकि मंत्री जी का नाम लेकर वे खुद इससे पल्ला झाड़ रहे हैं।
आगे उन्होंने खराब पड़े चापाकल की मोरम्मति का भी बखान करने लगे और जो खराब पड़े चापाकल हैं उसे भी बनवाने की बात कहने लगे। उनकी बातों से यह स्पष्ट हो रहा है कि वे चापाकल की मोरम्मति को ही मुकम्मल विकास समझ बैठे हैं। उन्होंने कहा कि नाला उड़ाही का भी काम चल रहा है।
जिसे बरसात से पहले कर दिया जाएगा। लेकिन मुख्य पार्षद को शायद यह पता नहीं है कि नाले की उड़ाही किस माह में होनी चाहिए। सिर्फ वे बारिश से पहले नाले की उड़ाई करने का दावा कर रहे हैं। जून महीने की शुरुआत हो गई है जबकि फरवरी और मार्च माह में ही नाले की उड़ाही अच्छे तरीके से हो जानी चाहिए थी। अब तक पूरे शहर के नाले की उड़ाही नहीं हो पाई है।
एनजीओ के द्वारा सिर्फ जहां-तहां नाले की सफाई कर खानापूर्ति की गई है। जिसके सवाल पर मुख्य पार्षद से लेकर संबंधित जिम्मेदार भी लापरवाह बने हैं।
सूत्रों के मुताबिक मुख्य पार्षद खुद अपने पुत्र को ही सलाहकार बनाकर साथ लेकर घूम रहे हैं, जो शहर में लोगों के बीच काफी चर्चा का भी विषय बना हुआ है। जानकारी के अभाव में लगातार कई ऐसे कार्य व बयानबाज़ी कर रहे हैं, जो सुर्खियां बनी हुई है।