भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया पूर्व वित्त मंत्री ने अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक शनिवार दोपहर 12:07 पर एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली ।
तबीयत खराब होने के कारण 9 अगस्त को उन्हें भर्ती कराया गया था। जिसके बाद पीएम मोदी समेत कई शीर्ष नेता उनके स्वास्थ्य का हालचाल जानने के लिए पहुंचे थे लेकिन लंबे समय से चल रहे उपचार के बावजूद उनके तबीयत में सुधार नहीं हुआ। जेटली ने खराब स्वास्थ्य के चलते 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़े थे।
28 दिसंबर 1952 को जेटली का दिल्ली में जन्म हुआ था। जेटली ने दिल्ली के राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स ग्रेजुएशन की पढ़ाई की इसके अलावा दिल्ली यूनिवर्सिटी से उन्होंने लां में ग्रेजुएशन किया छात्र जीवन में वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। राजनीति करते हुए राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान वह जेल भी गए जहां उनकी मुलाकात भाजपा के कई अन्य नेताओं से हुई ।
जेल से निकलने के बाद जेटली जन संघ से जुड़े और एबीवीपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष बने। अरुण जेटली अटल सरकार में कानून एवं न्याय, सूचना एवं प्रसारण के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली । अटल बिहारी बाजपेई के समय से लेकर 2014 में जब मोदी सरकार ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई ,इसके पीछे अरुण जेटली मुख्य रणनीति बनाने वालों में से एक थे इसीलिए उन्हें भाजपा का थिंकटैंक बोला जाता था।
अमरदीप झा, एग्जक्यूटिव एडिटर,बिहार नाउ