जहां पूरे देश में कोरोना को लेकर हड़कंप मचा हुआ है.. वहीं बिहार सरकार भी एहतियातन कई बड़े फैसले लिए हैं और तमाम विशेष तौर पर चौकसी व अस्पतालों में व्यवस्थाए की दावे कर रही है… लेकिन इसी बीच मोतिहारी के डाक्टरों ने सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी है और हड़ताल पर चले गए हैं…
रस से देश मे सभी लोग अब दहशत में हैं । यही वजह है कि सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है और तमाम तरह के कार्यकर्मो पर रोक लगा दिया गया है ।लेकिन देश का यह पहला वाकया है,जहां कोरोना वायरस के डर से मोतिहारी सदर अस्पताल के डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी एकसाथ हड़ताल पर चले गए हैं ।मोतिहारी सदर अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में ईलाज कर रहे डॉक्टरों और कर्मियों की सुरक्षा के लिए कोई प्रबंध नही है ।इसी कारण परेशान डॉक्टरों और कर्मियों ने मरीजों के ईलाज से इनकार कर दिया है ।मरीजों के ईलाज को छोड़ कर,डॉक्टर विश्राम रुम में बैठ कर,अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं ।डॉक्टरों का कहना है कि सुरक्षा के नाम पर,अस्पताल में एक मास्क तक उपलब्ध नही कराया जा सका है ।
शाा ।इस बीच मौके पर पहुंचे सिविल सर्जन ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से तीन हजार मास्क उपलब्ध हुआ है ।जिन्हें डॉक्टरों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है ।
नाइजीरिया से लौटे एक युवक के बीमार होने पर,बीते 12 मार्च को मोतिहारी सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने कोरोना वायरस से ग्रसित होने की आशंका जाहिर करते हुए,उसे मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया था
।जिसके बाद से मोतिहारी सदर अस्पताल के डॉक्टरों में मरीजो के ईलाज को लेकर दहशत बना हुआ है ।सरकार के द्वारा स्कूलों को बंद करने,विभिन्य सार्वजनिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बन्द करने की घोषणा ने डॉक्टरों की मुश्किलें और बढ़ा दी है । परेशान हाल डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा को लेकर,आज ओपीडी सेवा को ठप्प कर दिया है…
।निसन्देह,यह देश का पहला और अचम्भित करने वाला मामला है,जहां डॉक्टर और कर्मियों ने अपनी सुरक्षा के लिए हड़ताल कर दी हो ।
विवेक कुमार मोतिहारी
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