बिहार समेत पूरा देश वैश्विक महामारी से जूझ रहा है..ऐसे संकट में बिहार सरकार पूरी मुस्तैदी व सजगता के साथ इस जंग को जीतने की कवायद में जुटी है इसमें कोई संदेह नहीं है.. लेकिन इस सबके बीच बिहार सरकार की ओर से जारी की गई प्रेस रिलीज और स्वास्थ्य मंत्री की ओर से कोरोना को लेकर बताया गया डाटा जब वैरी करता तो लाजमी है कि ऐसे समय में तमाम लोगों के मन में सवाल के साथ साथ संदेह पैदा करता है..
सवाल ये कि आखिर किसको सही माना जाए ?…ये सरकार के मंत्री व स्वास्थ्य सचिव के बीच कम्युनिकेशन गैप क्यो ?…सबसे बड़ा सवाल कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है ? इसके जरिए क्या कुछ जनता से छिपाने की कोशिश तो नहीं हो रही है ? बिहार नाउ बिहार सरकार की ओर से कोरोना को लेकर जारी की गई किसी भी डाटा या प्रेस रिलीज पर सवाल नहीं खड़ा कर रहा है और न ही संदेह….
अब आपको सिलसिलेवार तरीके से हम बताते हैं कि कैसे कोरोना को लेकर बिहार सरकार की डाटा वैरी कर रही है -:
शनिवार यानि 11/04/2020 को शाम तकरीबन 5 बजे में कोरोना को लेकर जारी गई सरकार की ओर से प्रेस रिलीज में बिहार में कुल कोरोना से ठीक हुए मरीज की संख्या 18 बताई गई है…
ठीक इसके चंद घंटों बाद 11/04/2020 शाम तकरीबन 7 बजे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ट्वीट कर ठीक हुए मरीज की संख्या कुल 22 बताते हैं और अगले दिन यानी आज रविवार को अस्पताल से छुट्टी कर देने की बात कहते हैं….
अब ठीक इसके अगले दिन रविवार को यानि आज तकरीबन 11 बजे बिहार के स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार ट्वीट कर ठीक हुए मरीज की संख्या कुल 19 बताते हैं….
और तकरीबन रविवार को शाम 5 बजे जो कोरोना को लेकर जो सरकार की ओर से प्रेस रिलीज जारी की गई है उसमें फिर कोरोना से ठीक हुए मरीज की कुल संख्या अभी तक 22 बताया गया है…
तो सबसे बड़ा सवाल कि आखिर सही किसको माना जाए ?…
महीप राज, बिहार नाउ, पटना