कोरोना संकट के बीच एक तरफ जहां सूबे के पुलिस महकमे के मुखिया डीजीपी बिहार गुप्तेश्वर पाण्डेय लगातार कोरोना वारियर्स पर होते हमले या बदसलूकी को लेकर बर्दाश्त नहीं करने की बात कहते हैं, वहीं दूसरी कोरोना वारियर्स का अहम हिस्सा मानने जाने वाली पुलिस खुद इस नसीहत को दरकिनार करते नजर आए हैं..
ताज़ा मामला दरभंगा के जाले से है जहां पुलिस ने एक ड्यूटी पर तैनात डाक्टर के साथ बदसलूकी व मारपीट की.. पीड़ित डाक्टर रामप्रीत राम का आरोप है कि उनकी पिटाई पुलिस को मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करने को लेकर की गई है… पीड़ित डाक्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाले में पदस्थापित हैं..
वहीं इस मामले में बिहार नाउ से बात करते हुए जाले थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना सौ प्रतिशत सही भी है और सौ प्रतिशत गलत भी है..ये जांच का विषय है…
लेकिन बिहार नाउ के लगातार सवाल करने के बाद उन्होंने बताना शुरू किया कि हमारे एक पुलिस अफसर एक कैदी को लेकर जांच के लिए अस्पताल गए थे.. लेकिन मौजूद डाक्टर ने बिना मास्क का जांच करने से इंकार कर दिया..इसी बात हमारे पुलिस अफसर ने उक्त डाक्टर को हमसे यानी थानाध्यक्ष से बात करने को कहा लेकिन डाक्टर ने बात करने से इंकार करते हुए कहा हम किसी से क्या बात करेंगे..इसी को लेकर थोड़ा आक्रोश आ गया…
थानाध्यक्ष ने कहा कि बाद में SSP के कहने पर डाक्टर से मैं खुद मांफी भी मांगा हूं..
वहीं बिहार नाउ ने SSP दरभंगा से इस मामले पर प्रतिक्रिया देने की कोशिश की.. लेकिन SSP ने मीटिंग में होने का हवाला देते हुए थोड़ी देर बाद प्रतिक्रिया देने की बात कही है.. उनकी प्रतिक्रिया आते ही फिर से बिहार नाउ अवगत कराएगा…
राजू सिंह, बिहार नाउ, दरभंगा…