कोरोना संकट के बीच बिहार में अब राजनीती भी सुरू हो चुकीं हैं । आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने बीजेपी नेता व बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर बड़ा हमला बोलते हुये कहा है कि सुशील मोदी शिखंडी की तरह बयानबाजी कर रहे हैं। शिवानंद तिवारी ने कहा है कि टिटहरी आसमान की ओर पैर कर सोती है तो उसको भ्रम है कि बगैर किसी सहारे के हवा में टीका आसमान धरती पर कभी भी गिर सकता है। अगर ऐसा हुआ तो वह अपने पैरों पर उसे रोक कर धरती को बचा लेगी।
कुछ ऐसा ही भ्रम सुशील मोदी अपने विषय में पाले हुए हैं। उनके अंदाज से लगता है कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह उन्हीं के निर्देशों पर भाजपा की दिशा तय करते हैं।
शिवानंद तिवारी ने कहा है कि पिछले तीस वर्षों से सुशील मोदी बिहार में भाजपा के एक नंबर के नेता की कुर्सी पर विराजमान हैं, लेकिन आज भी उनका कद लालू यादव और नीतीश कुमार की बराबर नहीं हो पाया। सुशील मोदी आज भी तीसरे पायदान पर बहुत नीचे ही बैठे हुए हैं।
उन्होंने कहा है कि जहां तक मेरी समझ है भाजपा नेतृत्व नीतीश कुमार और सुशील मोदी दोनों से मुक्ति चाहता है। इसलिए आगामी विधानसभा चुनाव में अगर भाजपा दोनों से अलग किसी तीसरे चेहरे को सामने लाती है तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।
शिवानंद तिवारी ने सुशील मोदी से सवाल करते हुए कहा है कि सुशील जी बताएंगे कि मार्च के अंत में लगभग दो लाख प्रवासी श्रमिक दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सरकारों की मदद से बिहार लौटे। उनमें एक भी कोरोना से संक्रमित नहीं था. क्या इसी से यह साबित नहीं होता है कि अगर शुरू में ही बिहार ने अपने प्रवासियों को बुला लिया होता तो आज जिस पैमाने पर बिहार कोरोना संक्रमण का सामना कर रहा है, ऐसी स्थिति की नौबत ही नहीं आती।
ऐसे में कहा जा सकता है कि गांव-गांव में आज जो विस्फोटक स्थिति पैदा हुई है इसको सरकार ने ही न्योता देकर आमंत्रित किया है।
महीप राज, बिहार नाउ, पटना