- ωरिपोर्ट–राकेश कुमार, आरा
आरा – बिहार के आरा में एक जूनियर इंजीनियर की कमीशनखोरी का मामला सामने आया है. मत्स्य विभाग और आरा नगर निगम के प्रभारी कनीय अभियंता रमेश शर्मा का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह ऑन कैमरा 60 हजार रुपये कमीशन देने की डिमांड कर रहे हैं. वायरल वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा रहा है कि निगम के जेई किस तरह ‘वसूली प्रथा’ की परंपरा को बखूबी निभा रहे हैं.
वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स को लेकर दावा किया जा रहा है की ये शख्स भोजपुर जिले के मत्स्य विभाग में तैनात कनीय अभियंता रमेश शर्मा है, जिसे आरा नगर निगम के जेई का भी प्रभार सौंपा गया है. वीडियो में जेई रमेश शर्मा नगर निगम के ठेकेदार मुकेश कुमार सिंह से 60 हजार रुपये कमीशन देने की डिमांड कर रहा है. वह अपने कमीशन के साथ-साथ आरा के नगर आयुक्त के साथ साथ नगर निगम के कई अधिकारी की हिस्सेदारी की भी बात कर रहा है.
यह वायरल वीडियो स्टिंग का बताया जा रहा है. स्टिंग के वीडियो में जेई रमेश शर्मा और ठीकेदार ये बातचीत करते सुने जा रहे हैं कि ‘नगर आयुक्त का 3 परसेंट, मेयर का 3 परसेंट, जूनियर इंजीनियर का 6 परसेंट, डिप्टी मेयर और ऑफिस का 3 परसेंट यानी कि काम कराने के लिए कुल 15 परसेंट कमीशन देना होगा.’
ठीकेदार फिलहाल 9 परसेंट देने की बात कर रहा है जबकि जेई उससे 10 परसेंट अभी देने की डिमांड करता है. जिसपर ठीकेदार को यह कहते सुना जा रहा है कि उसकी बहन की शादी है. इसलिए वह पैसे देने में असमर्थ है. ठीकेदार जेई को ये भी कह रहा है कि आप मुझे मौखिक रूप से वादा कीजिये कि पैसे लेकर आप मेरा काम कर देंगे. बाद में किसी के अड़चन का बहाना नहीं बनाएंगे कि नगर आयुक्त ने रोक दिया या किसी ने रोक दिया. वीडियो में दोनों सोमवार के दिन लेनदेन की डील तय करते हैं.
वीडियो सामने आने के बाद नगर निगम के ठेकेदार मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि ये लोग आरा नगर निगम का टेंडर निकलने पर ठिका लेकर काम कराते हैं. काम पूरा हो जाने के बाद जब ये पैसा रिलीज कराने जाते हैं तो निगम के जूनियर इंजीनियर शर्मा कमीशन मांगते हैं. आरोप है कि जेई अपने कमीशन के साथ-साथ अधिकारियों के हिस्से का भी कमीशन मांगते हैं और कहते हैं कि एडवांस कमीशन देने के बाद ही काम हो पायेगा.
ठेकेदार मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि इस तरीके से जेई और अफसरों को कमीशन भरने पर काम कराना संभव नहीं हो पाता है. मुकेश का कहना है की 3 लाख रुपये के काम में जेई 60 हजार रुपये कमीशन मांग रहे हैं. अगर 20 परसेंट कमीशन ही भर देंगे तो काम कैसे पूरा होगा. ठेकेदार ने कहा कि पूरा काम कराने पर उन्हें 10 परसेंट यानी कि 3 लाख के काम में 30 हजार रुपये बचता है.
मुकेश का कहना है कि आरा के वार्ड नंबर 24 में नाली और गली का काम कराने के लिए उसने 3 लाख का ठिका लिया था. काम पूरा करने के बाद ये लोग 6 महीने से नगर निगम का चक्कर काट रहे हैं. 6 महीने बीत जाने के बावजूद भी जूनियर इंजीनियर एमवी का कार्य नहीं कर रहे हैं और अपने पास एमवी के पेपर को लटकाये हुए हैं. जेई का स्पष्ट कहना है कि 60 हजार रुपये कमीशन भरने के बाद ही पैसा पास कराया जायेगा.. .