आज दोपहर 12.30 तक सभी एलोपैथिक चिकित्सको के क्लिनिक के बाह्य विभाग सेवा मरीजो के लिए देशव्यापी स्तर पर बन्द रहा । चिकित्सको ने ओपीडी बहिष्कार का कारण निरन्तर डाॅक्टरों पर हो रहे जानलेवा हमले ,बाबा रामदेव द्वारा कोरोना योद्धाओ के ऊपर की गई अभद्र टिप्पणीयाँ व शहीद चिकित्सको का अपमान एवं टीकाकरण जैसे जरूरी प्राणरक्षक चीज पर म्रम पैदा करने कि कोशिश बताया ।
दरभंगा आई.एम. ए .के चिकित्सको ने तदुपरांत आई .एम .ए. हाॅल अलल्लपट्टी मे एक बैठक का आयोजन किया ।जिसमे विभिन्न वक्ताओ ने अपने अपने विचार रखे । जिसमे अध्यक्ष डाॅ.बी बी शाही ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के समय भी चिकित्सको और अन्य चिकित्साकर्मीयो के प्रति हिंसक ,अमानवीय व तिरस्कार भरे व्यवहार ; बीते दिनो जो देखने को मिल रहे हे यह समाज व सरकार के लिए शर्मनाक है ,सभी को आत्ममंथन की जरूरत है । साथ ही आगाह किया कि ऐसी घटनाक्रम से स्वास्थ्य कर्मीयो का मनोबल निरन्तर टुट रहा है जिसका आने वाले समय मे घातक दुष्परिणाम सामने आ सकते है चुकि अभी महामारी से हमारी लड़ाई जारी है हमने इसे जीती नही है ।ऐसे समय मे न्यायपालिका को भी शक्त होने की जरूरत है
।आई. एम .ए .सचिव डाॅ इन्तखाव आलम ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि ऐसे मामले मे सरकार ,प्रसासन व न्यायालय को तत्परता के साथ त्वरित संज्ञान लेकर कार्यवाई शीघ्रता से करना चाहिए ।
आई . एम. ए. दरभंगा के प्रवक्ता डा.आमोद कुमार झा ने जोर देते हुए कहा चिकित्सक व चिकित्साकर्मीयो के जानमाल कि सुरक्षा हेतु मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट एवं महामारी एक्ट को शक्ति से अवश्य उपयोग मे लाना चाहिए ; ताकि असामाजिक तत्वो के बीच कानून का भय हो और चिकित्सा से जुडे.लोग भयमुक्त होकर लोगो को सेवा प्रदान कर सके ।
आई एम ए दरभंगि द्वारा बाबा रामदेव द्वारा दिए वक्तव्यो के विरुद्ध एक प्रस्ताव लाया गया जिसका सभी वक्ताओ ने घोर निंदा करते हुए निंदा प्रस्ताव पास किया और लोगो ने कहा शहीद चिकित्सको व ऐलोपैथिक चिकित्सा पद्धति का अपमान और टीकाकरण पर भ्रान्ति फैलाना तथाकथित बाबा के अज्ञानता ,अदूरदर्शिता ,अहंकार व अपने निजी व्यवसाय को आगे ले जाने हेतु अति लोलुपता है ।साथ ही जनमानस को दिग्भ्रमित करने का प्रयास है । अन्य प्रमुख वक्ताओ मे डा. राम बाबु खेतान ,डा.आर के राजन, डा .भरत कुमार ,डा.प्रवीण कुमार डा .अरुण कुमार आदि दर्जनो चिकित्सक मौजूद थे ।