बिहार में मौसम की तरह सियासी तापमान भी आज काफी गरम है .. विपक्षी एकजुटता की मजबूती को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुबंई में उद्धव ठाकरे से मुलाकात, तो दूसरी ओर नीतीश कुमार के सबसे करीबी व जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह का बीजेपी में औपचारिक तौर पर शामिल होना … दोनों खबरों ने दोनों के विपक्षी खेमे में सियासी बवाल मचा दिया है…
आरसीपी सिंह के बीजेपी में शामिल होने पर जेडीयू ने करारा प्रहार किया है .. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि लंबे समय तक राजनीतिक प्रवास के बाद राजनीतिक विभीषण का आज भाजपा में प्रवेश हो गया.. नीरज कुमार ने कहा कि 2020 से ही आरसीपी सिंह का शरीर जेडीयू में और आत्मा था बीजेपी में… नीरज कुमार ने कहा कि आरसीपी सिंह उस पार्टी के नहीं हुए, जिसने उनको सबकुछ दिया, तो बीजेपी के क्या होंगे….
बीजेपी पार्टी पर भी नीरज कुमार ने हमला बोला है.. उन्होंने कहा कि ऐसी पार्टी जो जातिय जनगणना विरोधी हो, पीठ पीछे न्यायालय में जातिय जनगणना के खिलाफ याचिका दायर करवाया ह़ो .. या फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने पर चुप्पी साध लेता हो, ऐसे भाजपा में राजनीतिक विभीषण आरसीपी सिंह का शामिल होना … इस बात का संकेत है कि आरसीपी सिंह इस सबके मुद्दे के विरोधी हैं …