इस वक्त की बड़ी खबर सियासी गलियारों से सामने आ रही है जहां नीतीश कुमार ने इंडी गठबंधन के संयोजक बनने से इंकार कर दिया है …I.N.D.I.A गठबंधन की 5वीं बैठक शनिवार को दो घंटे चली। इसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार को कांग्रेस ने संयोजक बनने का प्रस्ताव दिया, जिसे नीतीश कुमार ने खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा कि चेयरपर्सन कांग्रेस से ही बनना चाहिए। साथ ही सीएम ने कहा कि गठबंधन का विस्तार जमीन पर होना चाहिए।
नीतीश कुमार को संयोजक बनाने को लेकर पिछले 15 दिनों से इस पर मंथन चल रहा है। 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई गठबंधन की चौथी बैठक में बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम कैंडिडेट बनाने का प्रस्ताव पेश किया था।
इसके बाद से सीएम नीतीश कुमार नाराज बताए जा रहे थे। इस बीच 29 दिसंबर को अचानक उन्होंने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को हटा खुद पार्टी की कमान अपने हाथ में ले ली।
सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक बनाने की पहल खुद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने की थी। उन्होंने पहले कांग्रेस इसके बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को राजी किया था। इसके बाद नीतीश कुमार ने खुद शिव सेना नेता उद्धव ठाकरे से बात की थी।
I.N.D.I.A गठबंधन की 5वीं बैठक शनिवार को दो घंटे चली। इसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार को कांग्रेस ने संयोजक बनने का प्रस्ताव दिया, जिसे नीतीश कुमार ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि चेयरपर्सन कांग्रेस से ही बनना चाहिए। साथ ही सीएम ने कहा कि गठबंधन का विस्तार जमीन पर होना चाहिए।
बैठक के बाद बिहार सीएम हाउस से बाहर आए मंत्री संजय झा ने कहा कि बैठक में केवल संयोजक के मुद्दे पर बात हुई है। बैठक में नीतीश कुमार को संयोजक बनाने का प्रस्ताव दिया गया, लेकिन नीतीश कुमार ने इस पर अपनी समहति नहीं दी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ही चेयरमैन बनना चाहिए। संजय झा ने कहा कि पार्टी इस पर आगे क्या निर्णय लेगी ये बैठक के बाद तय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग या अन्य मुद्दों पर किसी प्रकार की कोई बातचीत नहीं हुई।
बैठक में बिहार से नीतीश कुमार के अलावा जदयू संजय झा और ललन सिंह, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शामिल हुए।