पटना. बिहार बीजेपी (Bihar BJP) के अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल (Sanjay Jaisawal) ने ग्रामीण कार्य की एक योजना में 95 लाख रुपये के गबन का आरोप लगाया है. उन्होंने इस बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि लाखों रुपये की इस हेराफेरी को वैध रूप देने में इंजीनियरों के साथ कुछ राजनेता भी लगे हैं. जायसवाल ने सरकार से इस घटाले में शामिल अधिकारियों और ठेकेदार पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के मझौलिया प्रखंड में थवइया-सिखइया सड़क में बिना काम कराए तीन बार अग्रिम भुगतान करने का आरोप लगाते हुए कुल 95 लाख रुपये के भुगतान की बात कही. उन्होंने कहा है कि ऐसी खामियां राज्य भर के 14 हजार ग्रामीण सड़कों में मिलने की खबरें आ रही है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम नीतीश कुमार को लिखे अपने पत्र में कहा कि जहां कभी बाढ़ आई ही नहीं उसे भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र दिखाकर निर्माण को बाढ़ में बह जाने की बात कही जा रही है. यह फर्जीवाड़ा पूरी राशि गबन करने के लिए किया जा रहा है. ऐसे में सड़क निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी बिना इंजीनियरों के मिलीभगत के नहीं हो सकती है.
उन्होंने अपने पत्र में मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा कि आप जिस विधानसभा से आ रहे हैं, कृपया उस विधानसभा क्षेत्र की ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता की उच्चस्तरीय जांच ग्रामीण कार्य विभाग से करा लें तो कई खराब गुणवत्ता वाली सड़क के मामले प्रकाश में आएंगे, जिसमें अभियंताओं की संलिप्तता होगी. उन्होंने अपने पत्र में मझौलिया प्रखंड अंतर्गत थवईया-सिखइया में सड़क निर्माण कार्य में गबन का तिथिवार ब्योरा दिया है. इसके तहत 14 दिसंबर, 2018 को 29 लाख 33 हजार 455 रुपये, 15 जनवरी, 2019 को 46 लाख 90 हजार 559 रुपये और 18 फरवरी, 2019 को 18 लाख 75 हजार 986 कुल 95 लाख के अग्रिम भुगतान की बात कही गई है.
जायसवाल ने साफ लिखा है कि जिस इलाके में कभी बाढ़ नहीं आई, उसे भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र दिखाकर निर्माण कार्य बाढ़ में बह जाने का वैध रूप देकर पूरी राशि गबन करने का गड़बड़झाला चल रहा है. पत्र में आगे लिखा गया है कि सरकारी राशि का गबन करने वाले अभियंता समेत अन्य लोगों पर तुरंत कार्रवाई की जाए.