महज 5 रूपए में भरपेट भोजन का प्रबंध…
साईं की रसोई की अनोखी मुहिम…
मोरा सैया तो खुबैही कमात हैं,महंगाई डायन खायत जात है…यानी इस महंगाई के दौर जहां लोगों को समुचित खाना का प्रबंध करने में पसीना छुट रहा है, वहीं एक ऐसी संस्था है ,जो अपनी मुहिम के तहत महंगाई के मौजूदा दौर में भी महज 5रूपए में जरूरतमंदों के बीच भोजन बांट रही है…वो संस्था है साईं की रसोई…
जी हां , बेगूसराय में “साईं की रसोई” के नाम से जरूरतमंदों को 5 रुपये में रात्रि भोजन मुहैया कराया जा रहा है। साईं भक्तों और सामाजिक सरोकार रखने वाले युवाओं की ओर से चलाई जा रही इस मुहिम ने शनिवार को अपने 100 दिन पूरे किये।
साईं की रसोई के 100 दिन पूरे होने की खुशी रसोई की टीम के सभी सदस्यों के चेहरे पर साफ झलक रही थी। इस मौके को खास बनाने के लिए रसोई को बैलून से सजाया गया था साथ ही जरूरतमन्दों के लिए भोजन का भी विशेष प्रबन्ध किया गया था।
100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में शनिवार को जरूरतमन्दों को भोजन के तौर पर पूरी, काबुली चना-पनीर की सब्जी, खीर, बुनिया और मिठाई परोसा गया। सुस्वादिष्ट भोजन पाकर लोग भी बहुत खुश थे।
इस मौके पर साईं भक्त व सामाजिक कार्यकर्ता विजय महाराज, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रंजन चौधरी, अधिवक्ता प्रमोद कुमार, पर्यावरण साथी राजेश कुमार, सोनू झा, बच्चों की पाठशाला के संस्थापक रौशन कुमार, अशोक कुमार आदि ने रसोई में शामिल हो रसोई की टीम की हौंसला अफजाई की।
मौके पर साईं की रसोई के संस्थापक सदस्य नितेश रंजन और अमित जायसवाल ने कहा कि आज अगर ये मुहिम बिना रुके 100 दिन पूरा कर पाया है तो इसमें सबसे बड़ा योगदान उन लोगों का है जो न सिर्फ आर्थिक तौर पर हमारा सहयोग करते रहे हैं बल्कि समय- समय पर हमारा मार्गदर्शन करने के साथ ही हौंसला अफजाई भी करते रहे हैं।
इस मुहिम की सफलता का श्रेय हमारी टीम से जुड़े हमारे साथियों को जाता है जो पूरे समर्पण भाव से अपने व्यस्त दिनचर्या से समय निकालकर रोजाना शाम जरूरतमन्दों को व्यवस्थित तरीके से भोजन परोसने में पूरी ततपरता से जुटे रहते हैं। मौके पर साईं की रसोई टीम के सदस्य पंकज कुमार, वैभव अग्रवाल, कुन्दन गुप्ता, पर्यावरण साथी गुलशन कुमार, ज्वाला सिंह आदि मौजूद थे।