कोरोना के संक्रमण के साथ ही अब एक्यूट इंसेलाइटिस सिंड्रोम (AES) ने भी पांव पसारना शुरू कर दिया है । जिसकी वजह से मुजफ्फरपुर में एक बच्ची की मौत हो गई। सरकार ने आरोपी संविदा डॉक्टर पर कार्रवाई करते हुए पहले शो-कॉज जारी करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पूछा है कि क्यों ने आपकी इस लापरवाही पर नियुक्ति रद्द कर दिया जाए
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच के चिकित्सक ने बताया कि, गुरुवार को मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड के कल्याणपुर की रहने वाली आठ वर्षीय चांदनी कुमारी की मौत एईएस (AES) की वजह से हो गई । तेज बुखार के बाद, उसे तीन दिन पहले यहां भर्ती कराया गया था ।
एसकेएमसीएच के अधीक्षक ड़ॉ एस के शाही ने बताया कि चांदनी एईएस (AES) की मरीज थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने चांदनी कुमारी की मौत की जांच कराने का फैसला लिया। जांच के दौरान स्वास्थ्य विभाग को इसमें अनियमित्ता नजर आईं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने बजाता प्रेस नोट जारी कर बताया है कि 11 मई को 8 साल की बच्ची चांदनी कुमारी गंभीर स्थिति में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रुन्नीसैदपुर लाई गई। लेकिन ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर अनिल कुमार सिंह ने बिना उचित इलाज किए एसकेएमसीएच रेफर कर दिया। डॉक्टर ने हॉस्पिटल में सभी दवाएं एवं उपकरण रहने के बावजूद उन्होंने प्रोटोकॉल के अनुसार रोगी की चिकित्सा नहीं की। एसकेएमसीएच में जाने के बाद उस बच्ची की इलाज की गई, बावजूद रोगी की स्थिति में सुधार नहीं हुआ और 13 मई को बच्ची की मौत हो गई।
बिहार में सरकारी अस्पताल अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही से 8 साल की बच्ची की मौत हुई है।मामला सामने आने के बाद सरकार ने आरोपी संविदा डॉक्टर पर कार्रवाई से पहले शो-कॉज जारी किया है।स्वास्थ्य विभाग ने पूछा है कि क्यों ने आपकी इस लापरवाही पर नियुक्ति रद्द कर दिया जाए और आपके निबंधन को रद्द करने के लिए अनुशंसा कर दी जाए।
महीप राज, बिहार नाउ, मुजफ्फरपुर