पूर्व विधान पार्षद प्रोफेसर विनोद कुमारचौधरी ने आज यहां एक बयान जारी कर मधुबनी जै.एन. कॉलेज के शिक्षक प्रोफेसर उमेश चंद्रा के मौत पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से इस मौत की उच्च स्तरीय जांच कराने तथा मृतक के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है
प्रोफेसर चौधरी ने कहा है कि डीएमसीएच में बिना इलाज के उन की मौत हुई किसी चिकित्सक या कोई दूसरा स्वास्थ्य कर्मी नेउन्हें छुआ तक नहीं। उनका कहना था कि उन्हें सरकार द्वारा पीपी किट नहीं दिया गया है इसलिए वह किसी मरीज को छूते नहीं। इसी डीएमसीएच में उन्हें पहले टाइफाइड बीमारी होने की बात कह कर घर लौटा दिया था बाद में स्थिति बिगड़ने पर घर के लोग प्रोफेसर साहब को 2 दिनों के बाद फिर से डीएमसीएच लाए जहां इलाज के अभाव में उनकी मौत हो गई।
उन्हें एक बड़े डॉक्टर के साइड में भर्ती किया गया लेकिन वहां किसी ने उनका इलाज नहीं किया..अतः मैं सरकार से इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग करता हूं तथा शिक्षक के *परिवार* को यथोचित मुआवजा देने की अपील मुख्यमंत्री से करता हूं।