कोरोना के दूसरी लहर में पूरा देश सहित बिहार जूझ रहा है.. बिहार सरकार कोरोना से निपटने के लिए तमाम पाबंदियां लगाई हुई है..वहीं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे सूबे में कोरोना से निपटने की हर मुक्कमल तैयारियों सहित प्रबंधनों का दावा करते हैं..
लेकिन इस सबके बीच जो तस्वीरें कहीं दूसरे जिलों से नहीं, बल्कि बिहार के डिप्टी सीएम के गृह जिले सामने आई है वो वाकई सिस्टम की नाकामियों की पोल खोल कर रख दी है..
बिहार के कटिहार में ..शोर मचाने वाली.. सायरन बजाने वाली ..स्वस्थ समिति से संचालित कटिहार के तीन अनुमंडल के एम्बुलेंस से आपको विशेष सावधानी की जरूरत है .. ये सावधानी सिविल सर्जन की चुप्पी और फाइल के पन्नो को पलटते उनके जवाब से ..और संचालित एम्बुलेंस के चालकों के बड़े सवाल पर ..सचेत होने की खास जरूरत आ पड़ी है ..
हमारी मंशा आपको डराने की नही है ..आपको इस सरकारी एम्बुलेंस की सुविधा पर सचेत कर रहे है ..आगाह कर रहे है कि…ये सभी स्वस्थ समिति से संचालित एम्बुलेंस ..पोजेटिव और निगेटिव मरीजों को उनके स्वस्थ लाभ के लिए.अस्पताल पहुंचाता है ..ताकि उनकी जिंदगी सलामत रहे ..पर जिस एम्बुलेंस वाहन से ..उन संक्रमितों को अस्पताल या बेहतर इलाज के लिए रेफर किया जाता है .. उसी एम्बुलेंस की सेवा अन्य मरीजों को भी ..बेधड़क ..एम्बुलेंस बिना सेनेटाइज हुए इस वाहन की सुविधा दे दी जाती है ..
चालको की माने तो .. अस्पताल के उच्च अधिकारी की वजह से .. बिना सेनेटाइज किए हुए एम्बुलेंस से अन्य बीमारों को सुविधा देना हमारी मजबूरी बन गयी है ..
अस्पताल के पदाधिकारियों को सेनेटाइज करने-कहने पर ..टाल मटोल कर दिया जाता है ..जिस वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ता चला जा रहा है ..
वहीं जब इस गंभीर मामले पर सिविल सर्जन से सवाल पूछा गया तो ..जनाब सिविल सर्जन ने तो पहले सेनेटाइज होने वाली फाइलों को काफी देर तक ढूंढा..लगातार सवाल पूछे जाते रहे..पर सिविल सर्जन खामोश रहेजो मन होगा कुछ भी नहीं कहेंगे..वो लोग खुद देखें..क्योकि हमलोग बॉन्ड बॉडी दे दिए हैं कोरोना पोजेटिव के लिए..
सुमन मिश्रा, बिहार नाउ, कटिहार