वंडर एप के इस्तेमाल के बारे में जन-जागरूकता पैदा करने मातृत्व एवं नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य की डिजिटली अनुश्रवण करने एवं मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से जिला के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में वंडर एप लाॅच किया गया है। इस एप के लाॅच होने के बाद स्वास्थ्य के विभिन्न इंडिकेटर में आश्चर्यजनक रूप से उल्लेखनीय सुधार हो रहे है।
वंडर एप के इस्तेमाल में चिकित्सकों एवं पारा चिकित्सा कर्मियो का बहुमूल्य योगदान रहा है।
जिला पदाधिकारी, दरभंगा वंडर एप के इस्तेमाल के प्रति काफी आशान्वित हैं। उनके पहल पर वंडर एप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पारा चिकित्सा कर्मियों को जिला स्वास्थ्य समिति, दरभंगा द्वारा आज डी.एम.सी.एच. आॅडिटोरियम में एक कार्यक्रम आयोजित कर पुरस्कृत किया गाय।
जिलाधिकारी-सह-अध्यक्ष, जिला स्वास्थ्य समिति डाॅ. त्यागराजन एस.एम. ने बेहतर कार्य करने वाली ए.एन.एम. को मोमेन्टों एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। पुरस्कृत होने वाले कर्मियों में अलीनगर प्रखण्ड से श्रीमती शांति कुमारी, श्रीमती बबीता कुमारी, श्रीमती सोनी कुमारी बहादुरपुर प्रखण्ड से श्रीमती लीला कुमारी, श्रीमती रम्भा कुमारी, श्रीमती आरती कुमारी, बहेड़ी प्रखण्ड से श्रीमती कलावती महतो, श्रीमती पूनम कुमारी, श्रीमती शांति कुमारी, बेनीपुर प्रखण्ड से श्रीमती किरण कुुमारी, श्रीमती सोनी मोनी, श्रीमती शांति कुमारी, बिरौल प्रखण्ड से श्रीमती दुर्गेश्वरी, श्रीमती चन्द्रकान्ता कुमारी, श्रीमती रीना कुमारी गौड़ाबौराम प्रखण्ड से श्रीमती राधा कुमारी, श्रीमती रेखा कुमारी, श्रीमती शांति देवी घनश्यामपुर प्रखण्ड से श्रीमती शबाना खातून, श्रीमती प्रेमवती ट्रीया, श्रीमती मंजू कुमारी, हनुमाननगर प्रखण्ड से श्रीमती रंजना कुमारी, श्रीमती कुमारी शोभा, श्रीमती रीमा कुमारी, हायाघाट प्रखण्ड से श्रीमती शिव कुमारी, श्रीमती रश्मि रवि, श्रीमती किरण ठाकुर, जाले प्रखण्ड से श्रीमती कंचन कुमारी, श्रीमती विद्या कुमारी, श्रीमती रानी कुमारी, कुशेश्वरस्थान सतीघाट से श्रीमती मीरा देवी, श्रीमती मंजू कुमारी, श्रीमती सुमन चैधरी कुशेश्वरस्थान प्रखण्ड से श्रीमती विणा कुमारी, श्रीमती मार्था डोडराय, श्रीमती विद्या भारती केवटी प्रखण्ड से श्रीमती रागनी कुमारी, श्रीमती सिन्दी सुन्डी, श्रीमती रूबी कुमारी, किरतपुर से श्रीमती जया कुमारी, श्रीमती इन्द्रा कुमारी 2, श्रीमती पार्वती कुमारी, मनीगाछी प्रखण्ड से पुष्पा कुमारी, श्रीमती आशा कुमारी, श्रीमती मालती कुमारी सदर प्रखण्ड से श्रीमती शबरून खातुन, श्रीमती कुमारी विभा, श्रीमती रजनी, सिंहवाड़ा प्रखण्ड से श्रीमती अंचला कुमारी, श्रीमती अंजनी कुमारी, श्रीमती अनिता कुमारी 2 एवं तारडीह प्रखण्ड से श्रीमती नुतन कुमारी, श्रीमती कविता कुमारी एवं श्रीमती अंजू कुमारी के नाम शामिल है।
जिलाधिकारी ने कहा कि दरभंगा जिला में मातृत्व एवं नवजात शिशु के मृत्यु दर को नियंत्रित करने के उद्देश्य से वंडर नाम का एक मोबाईल एप लाॅच किया गया है। इस एप में गर्भवती महिलाओं का निबंधन एवं उनका मेडिकल हिस्ट्री अपलोड किया जाता है। गर्भवती महिलाओ को गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार की कप्लीकेशन उत्पन्न होने पर वंडर एप से एलर्ट (चेतावनी) जारी हो जाता है। जिसका मैसेज इस सिस्टम से जुड़े सभी चिकित्सकों/पारा मेडिकल स्टाफ्स को तुरंत मिल जाता है और उक्त मरीज की तुरंत चिकित्सा शुरू की जाती है।
वंडर एप लाॅचिंग के बाद गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य इंडिकेटर में आश्चर्यजनक रूप से गुणात्मक वृद्धि हुई है। वंडर एप के इस्तेमाल से राज्य में पहली बार महिलाओं की चिकित्सा व्यवस्था को डिजिटली मोनिटर किया जा रहा है, जिसमें दरभंगा जिला का अग्रणी भूमिका में है।
वंडर एप लाॅचिंग करने के पीछे मुख्य उद्देश्य मातृत्व एवं नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी लानी है। इस दिशा में जिला स्वास्थ्य विभाग, दरभंगा तेजी से आगे बढ़ रहा है।
दरभंगा जिला विगत दो माहों के स्वास्थ्य इडिकेटर का विश्लेषण किया गया है। जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक में जारी डाटा के अनुसार माह अगस्त में 11,318 महिलाओं का ए.एन.सी. किया गया है, जबकि माह सितम्बर में यह फिगर 16,273 पर पहुँच गया है। गर्भवती महिलाओं के बीच आई.एफ.ए. गोली (आयरन फोलिक एसिंउ टेबलेट) का वितरण 9505 है, जबकि माह सितम्बर में यह बढ़कर 14,788 हो गया है। कैलसियम टेबलेट का वितरण माह अगस्त में 5439 हैं, वहीं माह सितम्बर में यह संख्या बढ़कर 10,750 हो गई है।
गर्भवती महिलाओं की हीमोग्लोबिन टेस्ट का माह अगस्त का डाटा 5439 है जबकि माह सितम्बर में इसमें दुगुनी वृद्धि हुई है यह संख्या बढ़कर 10750 पहुँच गयी है।
जिलाधिकारी, दरभंगा डाॅ. त्यागराजन एस.एम. जो वंडर एप के इस्तेमाल के प्रति काफी संवेदनशील एवं आशांवित हैं ने कहा है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में वंडर एप के इस्तेमाल डिजीटल युग की शुरूआत की होगी। उन्होंने कहा है कि जैसे ही वंडर एप से किसी गर्भवती महिला के बारे में एलर्ट जारी होता है, उक्त महिला की तुरंत चिकित्सीय सहायता पहुँचाई जाये और इसकी प्रविष्टि वंडर एप में कर दी गई है।
जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बी.एच.एम. को कहा है कि वंडर एप से मरीजों के चिकित्सा प्रणाली में कोई तकनीकी समस्या उत्पन्न होती है तो इसे तुरंत जिला के हेल्थ व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर किया जाये ताकि इसका त्वरित समाधान ढूढ़ा जा सके। उन्होंने ये बातें दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, दरभंगा में आयोजित कार्यशाला में कही है।
इस कार्यशाला के दौरान सिविल सर्जन डाॅ0 अमरेन्द्र नारायण झा, जिला वेक्टर बोर्न डिज़िज एवं नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ0 जय प्रकाश महतो, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ0 अमरेन्द्र कुमार मिश्र, टीम लीडर केयर इण्डिया डाॅ0 श्रद्धा झा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री विशाल कुमार सिंह, प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक एवं प्रखण्ड सामुदायिक उत्प्रेरक आदि उपस्थित थें।